
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में PGI थाना क्षेत्र के वृंदावन मैदान में एक विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में किसान शामिल हुए।

आयोजन का मुख्य उद्देश्य किसानों की समस्याओं को उजागर करना और सरकार पर दबाव बनाना था, ताकि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। इस महापंचायत की अध्यक्षता किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने की, जिन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला।
ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने उठाए किसानों से जुड़े ये प्रमुख मुद्दे
किसान कर्ज माफी
ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने किसानों की कर्ज माफी की मांग करते हुए कहा कि देश का किसान कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। समय पर कर्ज न चुकाने की वजह से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। उन्होंने सरकार से तुरंत प्रभाव से कर्ज माफी की योजना लागू करने की मांग की, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
किसान आयोग का गठन
ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने मांग की कि एक स्वतंत्र किसान आयोग का गठन किया जाए। यह आयोग किसानों की समस्याओं को सीधे सुने और उनके निवारण के लिए तुरंत निर्णय ले। यह सुनिश्चित करेगा कि किसानों की आवाज सरकार तक बिना किसी रुकावट के पहुंचे और उनके मुद्दों को समय रहते हल किया जाए।
फ्री बिजली और सिंचाई की समस्या
किसानों के लिए मुफ्त बिजली की व्यवस्था करने की मांग की गई। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि बिजली के भारी बिल किसानों के लिए एक बड़ी समस्या हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि किसानों को खेती के लिए मुफ्त बिजली प्रदान की जाए ताकि उनकी लागत कम हो सके और वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें।
भ्रष्टाचार पर रोक
महापंचायत में पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की मांग की गई। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि किसानों से रिश्वत ली जाती है और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया जाता है। उन्होंने सरकार से अपील की कि प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए जाएं ताकि किसानों के साथ हो रहे अन्याय को रोका जा सके।
नहरों में जल प्रवाह की समस्या
महापंचायत में लखनऊ मंडल के समस्त जनपदों की नहरों में जल प्रवाह सुचारू रूप से संचालित करने की मांग की गई। किसानों ने शिकायत की कि नहरों में पानी नहीं होने के कारण फसलें सूख रही हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने सरकार से नहरों की स्थिति सुधारने और सुनिश्चित करने की मांग की कि किसानों को पर्याप्त पानी मिले।
लखनऊ विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद में भ्रष्टाचार
महापंचायत में यह भी आरोप लगाया गया कि लखनऊ विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। किसानों ने मांग की कि सरकार इन संस्थाओं में चल रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाए और उन्हें पारदर्शी बनाया जाए।
गांव में घरौनी कार्य
महापंचायत में यह भी कहा गया कि गांवों में घरौनी कार्य अभी तक पूरा नहीं किया गया है। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने सरकार से मांग की कि इस कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए ताकि गांवों में रहने वाले लोगों को जमीन के दस्तावेज मिल सकें और वे अपने हक की लड़ाई लड़ सकें।
सर्किल रेट में वृद्धि
महापंचायत में किसानों ने कहा कि पिछले 14 वर्षों से उनकी जमीन का सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया है। उन्होंने मांग की कि सर्किल रेट को बढ़ाया जाए ताकि किसानों को उनकी जमीन का उचित मूल्य मिल सके।
सरकार को दी चेतावनी
ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर किसानों की मांगें पूरी नहीं की गईं तो आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में उत्तर प्रदेश का हर किसान सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगा। उन्होंने कहा कि किसान अब चुप नहीं बैठेंगे और अपनी हक की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाएंगे। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने महापंचायत से सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों के धैर्य की परीक्षा न ली जाए और उनकी मांगों को तुरंत पूरा किया जाए।
महापंचायत में उपस्थित अन्य प्रमुख नेता और पदाधिकारी
महापंचायत में कई प्रमुख नेता और पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इनमें प्रदेश प्रभारी ऋषि मिश्रा, मंडल सचिव अजीत यादव, वर्मा उमेश यादव, सुरेंद्र यादव, जिला प्रभारी युवा दिलीप यादव, जिला अध्यक्ष मजदूर मोर्चा युवा लखनऊ राममिलन यादव, और जिला सचिव सहित अन्य राज्यों के पदाधिकारी शामिल थे। इन सभी ने किसानों के हक में आवाज उठाई और महापंचायत को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
किसानों की उम्मीदें और भविष्य की रणनीति
महापंचायत के अंत में किसानों ने उम्मीद जताई कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से लेगी और उन्हें पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। किसानों ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को रख रहे हैं, लेकिन अगर उन्हें अनदेखा किया गया तो वे बड़ा आंदोलन करने के लिए भी तैयार हैं। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों की लड़ाई सिर्फ उनके अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि देश के विकास के लिए भी है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को उनका हक नहीं मिलता, तब तक वे संघर्ष जारी रखेंगे। महापंचायत में उठाए गए मुद्दे देश के किसानों की ज्वलंत समस्याओं को दर्शाते हैं। ठाकुर भानु प्रताप सिंह और अन्य नेताओं ने किसानों की आवाज बुलंद की और सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। अब देखना यह होगा कि सरकार किस तरह से इन मुद्दों का समाधान करती है और किसानों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है।


































