पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों जेल में बंद हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि वह अत्याचार और उत्पीड़न के आगे झुकने के बजाय पूरी जिंदगी जेल में बिताना पसंद करेंगे। उन्होंने ये बात पाकिस्तानी सेना के संदर्भ में की है। कई मामलों में करीब दो साल से जेल में बंद इमरान खान ने विरोध आंदोलन शुरू करने की भी घोषणा की है।
कानून का राज मेरे आंदोलन का मुख्य लक्ष्य
इमरान खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखी पोस्ट में कहा, ‘मैं अत्याचार और उत्पीड़न के आगे झुकने के बजाय पूरी जिंदगी जेल की कोठरी में बिताना पसंद करूंगा। कानून का राज मेरे आंदोलन का मुख्य लक्ष्य है, जो पाकिस्तान में जंगल के कानून को खत्म करेगा।’
शांतिपूर्ण विरोध ही एकमात्र रास्ता
उन्होंने कहा, ‘जब किसी राजनीतिक दल के लिए सभी दरवाजे बंद हो जाते हैं, जब उसके सदस्यों के साथ अन्याय होता है और न्यायपालिका स्वतंत्र नहीं रहती है तो शांतिपूर्ण विरोध ही एकमात्र रास्ता रह जाता है।’
इमरान खान ने पूरे पाकिस्तान को किया आह्वान
इसके साथ ही पूर्व पीएम इमरान खान ने अपनी पार्टी के सदस्यों, समर्थकों और कार्यकर्ताओं को एक जोरदार राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। इमरान खान ने कहा, ‘इस बार मैं सिर्फ इस्लामाबाद का आह्वान नहीं करूंगा। मैं पूरे पाकिस्तान को उठ खड़ा होने का आह्वान करूंगा।’
जब भी मौका मिलेगा पार्टी का आतंरिक चुनाव कराऊंगा
इमरान खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेताओं को भी चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें उन लोगों के बारे में पता है जो दोनों तरफ से खेल रहे हैं। खान ने कहा, ‘जो लोग पार्टी के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, उनके लिए इस आंदोलन में कोई जगह नहीं होगी। जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं पार्टी के आंतरिक चुनाव कराऊंगा।’
गिरफ्तारी के बाद हुए दंगों पर भी बोले खान
अपनी गिरफ्तारी के बाद हुए दंगों को झूठा अभियान बताते हुए इमरान खान ने कहा, ‘9 मई 2023 की घटनाएं सिर्फ आधे घंटे में सुलझ जाएंगी, अगर सीसीटीवी फुटेज दिखा दी जाए। असली अपराधी वे हैं जिन्होंने सीसीटीवी फुटेज चुराई है। अगर वे (पाकिस्तानी सेना) वाकई मानते हैं कि 9 मई की घटना के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ जिम्मेदार है, तो उन्हें फुटेज जारी कर देनी चाहिए।’
जेल में बच्चों से बात करने की भी अनुमति नहीं
इमरान ने कहा कि उन्हें रावलपिंडी की अडियाला जेल में बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। उन्हें अपने बच्चों से बात करने की अनुमति नहीं है और उनकी बहनों को उनसे मिलने का अधिकार नहीं दिया जा रहा है।
पत्नी को तकलीफ पहुंचाने के लिए सुनाई गई सजा- खान
इसके साथ ही पूर्व पीएम खान ने कहा कि किसी अज्ञात कारण से उनको पिछले ढाई महीनों से नई किताबें पढ़ने की अनुमति नहीं दी गई है। खान ने कहा कि उनकी पत्नी बुशरा बीबी को सिर्फ उन्हें तकलीफ पहुंचाने के लिए सजा सुनाई गई है, इससे ज्यादा घृणित क्या हो सकता है?