
- 6 वर्षों में 13,360 आंगनबाड़ी केंद्र बने: मनरेगा योजना के तहत 2019-20 से अब तक हजारों केंद्र तैयार।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1,122 केंद्र: 13,262.15 लाख रुपये का व्यय।
- 8,778 केंद्र निर्माणाधीन: बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखकर खेल और अन्य सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं।
- राष्ट्रीय राजमार्ग के पास केंद्रों के निर्माण पर रोक: पंचायत स्तर पर पारदर्शी निर्माण सुनिश्चित।
- मनरेगा योजना का अभिसरण: बाल विकास और पंचायती राज विभाग के साथ मिलकर कार्य प्रगति पर।
लखनऊ, 6 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशन में मनरेगा योजना, बाल विकास विभाग, और पंचायती राज विभाग के अभिसरण से आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण हो रहा है। वित्तीय वर्ष 2019-20 से अब तक 13,360 आंगनबाड़ी केंद्र बन चुके हैं। किराए के भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को स्थायी भवन उपलब्ध कराने के प्रयास लगातार जारी हैं।
6 वर्षों में 13,360 आंगनबाड़ी केंद्र बने
वित्तीय वर्ष 2019-20 में मनरेगा योजना के तहत 2,015 केंद्र बने थे। इसके बाद निर्माण की गति को बढ़ाते हुए 2020-21 में 4,042, 2021-22 में 1,871, 2022-23 में 2,329, और 2023-24 में 1,981 केंद्रों का निर्माण हुआ। मौजूदा वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1,122 केंद्र बनकर तैयार हो चुके हैं।
निर्माणाधीन केंद्रों की संख्या और व्यय
वर्तमान समय में करीब 8,778 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1,122 केंद्रों के निर्माण पर 13,262.15 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाएं
नए आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के खेलने और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। यह सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी आंगनबाड़ी केंद्र राष्ट्रीय राजमार्ग के पास न बने। पंचायत स्तर पर पारदर्शिता और गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए निर्माण कार्य किया जा रहा है।
मनरेगा योजना का अभिसरण और पारदर्शी प्रक्रिया
आयुक्त ग्राम्य विकास श्री जी.एस. प्रियदर्शी ने बताया कि मनरेगा, बाल विकास विभाग, और पंचायती राज विभाग के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ किया जा रहा है। शासन की गाइडलाइंस के अनुसार मनरेगा कंवर्जेंस से इस कार्य को सुचारु रूप से पूरा किया जा रहा है।