
ओम ब्रह्म शांति सेवा संस्थान ने गरीबों को बांटे कंबल
- मदद का महत्व: आलोक त्रिपाठी ने बताया कि दूसरों की मदद करने और जरूरतमंदों को सहायता देने का भाव व्यक्ति को श्रेष्ठ बनाता है।
- श्री राम कथा का आयोजन: बाल योगी संजय जी महाराज के नेतृत्व में तुलसी उद्यान में श्री राम कथा का आयोजन हुआ।
- कंबल वितरण: ओम ब्रह्म शांति सेवा संस्थान ने जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए और चाय-नाश्ता कराया।
- संस्थान की भूमिका: डी.सी. श्रीवास्तव ने संस्थान के पिछले कई वर्षों से इस प्रकार के सेवा कार्य करने की परंपरा को रेखांकित किया।
- उपस्थित गणमान्य व्यक्ति: कार्यक्रम में लखनऊ के प्रतिष्ठित समाजसेवी और संस्थान के प्रमुख सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

लखनऊ: दूसरों की मदद और जरूरतमंदों की सेवा का भाव व्यक्ति को समाज में विशेष बनाता है। यही भावना समाज और देश की उन्नति का आधार है। यह विचार उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कोषाध्यक्ष और लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी ने व्यक्त किए। वे गीता पल्ली स्थित तुलसी उद्यान में ओम ब्रह्म शांति सेवा संस्थान द्वारा आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम श्री राम कथा के दौरान आयोजित किया गया, जिसमें विंध्याचल से पधारे बाल योगी संजय जी महाराज कथा वाचन कर रहे थे।
तुलसी उद्यान में श्री राम कथा का आयोजन कल से शुरू हुआ था, और आज दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। कथा के बीच ओम ब्रह्म शांति सेवा संस्थान ने जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए। इसके साथ ही संस्थान ने सभी आगंतुकों को चाय और नाश्ता भी कराया।
संस्थान के महासचिव डी.सी. श्रीवास्तव ने इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि आज जरूरतमंदों को कंबल देकर वे अपने को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान कई वर्षों से इस प्रकार के सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
इस कार्यक्रम में डी.सी. श्रीवास्तव के साथ संस्थान के अन्य पदाधिकारियों और सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में रमेश चंद्र त्रिपाठी, राकेश श्रीवास्तव, रामचंद्र गुप्ता, छोटेलाल गुप्ता, प्रोफेसर अनूप मिश्रा, और कोमल द्विवेदी का विशेष योगदान रहा।