
- बाबा साहब को श्रद्धांजलि: ए.के.शर्मा ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की 69वीं पुण्यतिथि पर जल निगम फील्ड हॉस्टल ‘संगम,’ लखनऊ में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
- गरीबों के लिए समर्पण: बाबा साहब ने शोषित-वंचितों और गरीबों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया, उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
- ऊर्जा विभाग की पहल: ओटीएस योजना के तहत 5,000 रुपये तक के बकायेदार उपभोक्ताओं को सरचार्ज में 100% छूट दी गई।
- नगर विकास का योगदान: बाबा साहब के विचारों को साकार करने के लिए नगर विकास विभाग गरीबों के लिए कई योजनाओं पर कार्य कर रहा है।
- कार्यक्रम में भागीदारी: बिजली और नगर विकास विभाग के अधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल हुए।
लखनऊ, 06 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने भारतीय संविधान के जनक, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर जी की 69वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। शुक्रवार को जल निगम फील्ड हॉस्टल ‘संगम,’ लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा ने बाबा साहब की फोटो पर माल्यार्पण किया और उनके सामाजिक न्याय के लिए किए गए ऐतिहासिक योगदान को स्मरण किया।
अपने संबोधन में श्री ए.के. शर्मा ने कहा कि बाबा साहब ने देश के शोषित-वंचितों, गरीबों और सामान्य नागरिकों के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उनके द्वारा निर्मित संविधान ने देश को प्रगति की राह पर अग्रसर किया है। उन्होंने बाबा साहब के विचारों को धरातल पर उतारने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि उनके विभाग, ऊर्जा और नगर विकास, उनके सिद्धांतों पर आधारित योजनाओं को लागू कर रहे हैं।
गरीबों और वंचितों के हित में ऊर्जा और नगर विकास विभाग की भूमिका
श्री शर्मा ने बताया कि ऊर्जा विभाग ने गरीबों के घरों को रोशन करने का कार्य किया है। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि ओटीएस योजना के तहत 5,000 रुपये तक के बकायेदार छोटे घरेलू उपभोक्ताओं को सरचार्ज में शत-प्रतिशत छूट दी गई है। यह पहल गरीब परिवारों को बड़ी राहत प्रदान कर रही है। नगर विकास विभाग भी बाबा साहब के विचारों पर आधारित योजनाओं को लागू कर गरीबों की मदद कर रहा है।
कार्यक्रम में बिजली विभाग और नगर विकास विभाग के अधिकारी, कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभी ने बाबा साहब के विचारों और उनके योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।