
- 300 लोगों की समस्याएं सुनीं: मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान हर व्यक्ति से उनकी समस्याएं सुनीं।
- जमीन विवाद पर सख्त निर्देश: पारिवारिक विवादों में वार्ता और दबंगई मामलों में कड़ी कार्रवाई के आदेश।
- इलाज के लिए सहायता: इलाज से संबंधित प्रार्थना पत्रों पर शीघ्र कार्रवाई कर शासन को भेजने के निर्देश।
- पारदर्शी प्रशासन पर जोर: पुलिस और राजस्व विभाग से जुड़े मामलों में निष्पक्षता की अपील।
- बच्चों से संवाद: बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और उन्हें चॉकलेट देकर प्रोत्साहित किया।

गोरखपुर/लखनऊ, 1 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन कार्यक्रम में शामिल होकर करीब 300 लोगों की समस्याएं सुनीं। जनता से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हर पीड़ित की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी समस्याओं का निस्तारण शीघ्र, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण तरीके से सुनिश्चित किया जाए।

जनता दर्शन कार्यक्रम में गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति की बात पर गंभीरता से ध्यान दिया और उनके प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभागों को हस्तगत करते हुए शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए तत्पर है और इस दिशा में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बच्चों के साथ मुख्यमंत्री का स्नेहिल संवाद

रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों के साथ आए बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों से उनके नाम, पढ़ाई और रुचियों के बारे में बात की। मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ हंसी-ठिठोली की और उन्हें खूब पढ़ाई करने की प्रेरणा दी। बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें चॉकलेट गिफ्ट की। बच्चों और उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री के इस स्नेहिल व्यवहार की सराहना की।
जमीन विवाद और दबंगई पर मुख्यमंत्री का सख्त रुख
जनता दर्शन में कई लोगों ने जमीन विवाद और अवैध कब्जों की शिकायतें मुख्यमंत्री से कीं। इन शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि विवाद पारिवारिक हो, तो संबंधित पक्षों के बीच वार्ता कराकर समाधान निकाला जाए। अगर मामला बातचीत से नहीं सुलझता है, तो विधिक कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसी दबंग को किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इन मामलों में पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए।
इलाज के लिए आर्थिक सहायता का भरोसा
जनता दर्शन में बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग लेकर मुख्यमंत्री से मिले। सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि सरकार जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इलाज से संबंधित प्रार्थना पत्रों पर प्राथमिकता से कार्रवाई करें। उन्होंने यह भी कहा कि इलाज से जुड़े अनुमानों और दस्तावेजों को शीघ्र तैयार कर शासन को भेजा जाए ताकि पीड़ितों को समय पर मदद मिल सके।
पुलिस और राजस्व मामलों में पारदर्शिता पर जोर
मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में पुलिस और राजस्व विभाग से जुड़े कई मामलों को भी सुना। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी मामलों का निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाया जाना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान करते हुए उन्हें संतुष्ट किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि किसी अधिकारी की ओर से लापरवाही पाई गई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।