इजरायल की सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने यमन में 2 बंदरगाहों पर हमला किया है। सेना ने कहा कि ये बंदरगाह हूती आतंकवादी समूह के नियंत्रण में थे। इजरायली सेना ने दावा किया कि होदेदा और सालिफ बंदरगाहों का उपयोग हूती द्वारा हथियार ले जाने के लिए किया जाता था। इजरायली हमलों में किसी के हताहत होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है। इससे पहले शुक्रवार को इजरायल द्वारा गाजा पर किए गए हमलों में 108 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार के हवाई हमलों में 27 महिलाएं और 31 बच्चे मारे गए तथा सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं।
कई घंटों तक होते रहे हमले
इजरायल ने शुक्रवार को कहा कि वह गाजा में आतंकवादियों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखे हुए है और पिछले दिन उसने 150 ठिकानों पर हमले किए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमले शुक्रवार सुबह कई घंटों तक होते रहे और लोगों को जबालिया शरणार्थी शिविर एवं बेत लाहिया शहर से भागना पड़ा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से जारी हमलों में 130 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
मिशन पूरा करेगा इजरायल
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही कह चुके हैं कि हमास को खत्म करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए वो गाजा में हमलों को और तेज करेंगे। नेतन्याहू ने हाल ही में कहा था कि उनकी सेनाएं कुछ ही दिनों में पूरे बल के साथ गाजा में प्रवेश करेंगी और ‘‘मिशन पूरा करेंगी, जिसका मतलब है हमास का विनाश।” यह स्पष्ट नहीं है कि शुक्रवार के हमले इस अभियान की शुरुआत हैं या नहीं।
सेना ने तेज किया अभियान
इजरायली सरकार के प्रवक्ता डेविड मेन्सर ने शुक्रवार को ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि इजरायली सेना अपने अभियान तेज कर रही है। उन्होंने कहा कि इजरायल ने अभियान को तब से तेजी दी है जब से हमास ने बंधकों को रिहा करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य उन्हें (बंधकों को) वापस घर लाना और हमास को सत्ता से हटाना है।” उन्होंने कहा कि इजरायल बातचीत के दौरान हमास पर दबाव बनाना जारी रखेगा, नतीजे मिल रहे हैं।
ऐसे शुरू हुई जंग
इजराइल और गाजा के बीच यह युद्ध सात अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास के नेतृत्व में आतंकवादियों ने दक्षिणी इजरायल में घुसपैठ कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी। इसके जवाब में इजरायल ने व्यापक सैन्य कार्रवाई की, जिसमें गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 53,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इनमें से लगभग 3,000 की मौत 18 मार्च को युद्ध विराम टूटने के बाद हुई है। हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान बंधक बनाए गए लगभग 250 लोगों में से 58 लोगों को अब भी बंधक बना रखा है। इनमें से 23 के अब भी जीवित होने का अनुमान है। हालांकि, इजरायली अधिकारियों ने उनमें से तीन की स्थिति के बारे में संदेह व्यक्त किया है।