
- दिसंबर 2024 तक कन्नौज जिले के सभी पुलिस थाने ई-ऑफिस प्रणाली पर पूरी तरह काम करेंगे।
- फाइलों और डेटा का डिजिटल प्रबंधन पारदर्शिता और तेज निर्णय प्रक्रिया सुनिश्चित करेगा।
- एनआईसी द्वारा तैयार ई-ऑफिस सॉफ्टवेयर के उपयोग की ट्रेनिंग दी जा रही है।
- लंबित शिकायतों के निपटारे में तेजी आएगी और भ्रष्टाचार की संभावना घटेगी।
- कन्नौज पुलिस की यह पहल अन्य जिलों के लिए मिसाल बनेगी।

कन्नौज/लखनऊ, 30 नवम्बर 2024: उत्तर प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया मिशन को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए हर क्षेत्र में व्यापक सुधार कर रही है। इसी दिशा में यूपी पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए कन्नौज जिले को दिसंबर 2024 तक पूरी तरह से डिजिटल बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह पहल उत्तर प्रदेश में पहली बार हो रही है, जहां कोई जिला अपने सभी पुलिस थानों और प्रशासनिक कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली को पूरी तरह लागू करेगा। इसके तहत कन्नौज पुलिस न केवल मोटी-मोटी फाइलों के पुराने ढर्रे से मुक्त होगी, बल्कि सभी प्रशासनिक कार्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संचालित होंगे।
डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूत बनाएगी यह पहल
कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश में डिजिटल सुधार और आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में कन्नौज पुलिस ने दिसंबर तक ई-ऑफिस प्रणाली को पूरी तरह लागू करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए सभी थानों और कार्यालयों को डिजिटल उपकरण जैसे लैपटॉप और अन्य तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों को ई-ऑफिस प्रणाली का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि वे नए सिस्टम को आसानी से समझ और संचालित कर सकें।
ई-ऑफिस प्रणाली से बदलेगी कार्यप्रणाली
ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने के बाद कन्नौज जिले के सभी थानों, क्षेत्रीय कार्यालयों और पुलिस मुख्यालयों में फाइलों का ढेर अब अतीत का हिस्सा बन जाएगा। इस डिजिटल परिवर्तन से कागजी कार्यवाही की जटिलता समाप्त होगी और हर काम सुगमता और पारदर्शिता से किया जा सकेगा। फाइलों और डेटा का डिजिटल प्रबंधन, शिकायतों के त्वरित निपटारे, और रिपोर्टिंग प्रक्रिया को तेज बनाएगा। इसके अलावा, ई-ऑफिस प्रणाली से अधिकारियों को मामलों की निगरानी और त्वरित निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
पुलिसकर्मियों को मिल रही तकनीकी ट्रेनिंग
एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि ई-ऑफिस प्रणाली को लागू करने के लिए पुलिसकर्मियों को एनआईसी (नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर) द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर के संचालन की ट्रेनिंग दी जा रही है। यह प्रशिक्षण जिला प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें पुलिसकर्मियों को डिजिटल कार्यप्रणाली के लिए तैयार किया जा रहा है। इस दौरान केन्द्रीय सचिवालय नियमावली (CSMeOP) पर आधारित प्रणाली के उपयोग और लाभों को भी समझाया जा रहा है।
लंबित मामलों का तेजी से निपटारा होगा
डिजिटल प्रणाली का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि इससे लंबित शिकायतों और मामलों का निपटारा तेजी से होगा। डिजिटल फाइल मॉनिटरिंग और समयबद्ध रिपोर्टिंग के जरिए पारदर्शिता बढ़ेगी। जनता को त्वरित न्याय मिलेगा, और पुलिस थानों में भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी। ई-ऑफिस प्रणाली से थानों में काम की गति बढ़ेगी और जनता को सेवाएं प्रभावी और सरल तरीके से मिल सकेंगी।
कन्नौज पुलिस की पहल बनेगी प्रेरणा
कन्नौज पुलिस की यह पहल पूरे प्रदेश के लिए एक मिसाल बनेगी। अन्य जिलों को भी इसे अपनाने की प्रेरणा मिलेगी। डिजिटल पुलिसिंग का यह कदम न केवल पुलिसकर्मियों के कार्यभार को कम करेगा बल्कि पुलिस और जनता के बीच भरोसे को भी मजबूत करेगा।