
- सौर ऊर्जा पर्यावरण और आर्थिक दृष्टि से फायदेमंद है।
- उत्तर प्रदेश सरकार हर घर को सौर ऊर्जा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
- सौर ऊर्जा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रधानमंत्री ने एक राष्ट्रीय योजना शुरू की है।
- उत्तर प्रदेश सरकार सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए सब्सिडी दे रही है।
- सौर ऊर्जा से बिजली बिल कम होंगे और आर्थिक रूप से भी फायदा होगा।
- योजना का लाभ लेने के लिए pmsuryaghar.gov.in पर आवेदन करें।
लखनऊ, 03 दिसम्बर 2024: उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने मंगलवार को मऊ जिले में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का प्रचार-प्रसार किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सौर ऊर्जा के लाभों के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना था, ताकि आमजन इस योजना का लाभ उठाकर सौर ऊर्जा अपनाएं और अपने बिजली बिलों में कमी ला सकें।
ऊर्जा मंत्री ने इस अवसर पर कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार ने ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने और हर घर तक स्वच्छ ऊर्जा पहुंचाने के लिए पीएम सूर्यघर योजना की शुरुआत की है। यह योजना राज्य को स्वच्छ और हरित ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह आर्थिक रूप से भी नागरिकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।”
मंत्री ने आगे बताया कि सरकार सोलर रूफटॉप लगाने के लिए सब्सिडी दे रही है, जिससे लोग अपने घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर सकते हैं। इससे बिजली के बिलों में कमी आएगी और लोग आर्थिक रूप से भी सशक्त बनेंगे। उन्होंने कहा कि योजना के तहत लोगों को आसान किस्तों पर ऋण की सुविधा भी उपलब्ध है और साथ ही अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आय अर्जित करने का भी अवसर मिलेगा।
श्री शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 13 फरवरी 2024 को पीएम सूर्यघर योजना की शुरुआत की थी और इसके तहत पूरे देश में एक करोड़ घरों को सोलर रूफटॉप से जोड़ा जाएगा। उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत 25 लाख घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाने हैं। उन्होंने बताया कि एक किलोवाट सोलर रूफटॉप के लिए 45 हजार रुपये, दो किलोवाट के लिए 90 हजार रुपये और तीन किलोवाट के लिए एक लाख आठ हजार रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। योजना का लाभ लेने के लिए लोग नेशनल पोर्टल https://pmsuryaghar.gov.in/ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों से मंत्री ने अपील की कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और सौर ऊर्जा को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने यह भी कहा कि नेडा (राष्ट्रीय नवाचार और विकास एजेंसी) के अधिकारियों द्वारा योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और सूर्य सखियों द्वारा गांव-गांव, घर-घर जाकर लोगों को सौर ऊर्जा के लाभों और इसे स्थापित करने के तरीके के बारे में बताया जा रहा है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और सौर ऊर्जा को अपनाने के प्रति अपना उत्साह दिखाया।