सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में बिहार के उप-कप्तान वैभव सूर्यवंशी का बल्ला आखिरकार पूरा गरजा. वैभव पर शुरुआती तीन मैचों में रन न आने से दबाव बढ़ रहा था. महाराष्ट्र के खिलाफ चौथे मुकाबले में इस युवा बल्लेबाज ने ऐसा धमाका किया कि सभी हैरान रह गए. सूर्यवंशी ने जितने चौके लगाए, उतने ही छक्के लगाकर ऐसा हाहाकार मचाया, जिसने विरोधी गेंदबाजों का पूरा प्लान ध्वस्त कर दिया.
वैभव सूर्यवंशी का तूफान
बिहार ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 3 विकेट पर 176 रन बनाए, जिनमें से अकेले 108 रन वैभव सूर्यवंशी ने ठोक डाले. खास बात यह रही कि उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत भले शांत तरीके से की हो, लेकिन जैसे-जैसे इनिंग आगे बढ़ी, उनका बल्ला तेजी से आग उगलने लगा.
वैभव ने 61 गेंदों पर नाबाद 108 रनों की शानदार पारी खेली. उनकी पारी में 7 चौके और 7 छक्के शामिल रहे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 177 से ज्यादा का रहा. उन्होंने एक गगनचुंबी छक्के के साथ अपना शतक पूरा किया. यह पारी उनके आत्मविश्वास का बयान भी थी और उनके हुनर का साफ सबूत भी.
ओपनिंग में नहीं मिला साथ
बिहार की शुरुआत काफी डगमगाने वाली रही. पहले ओवर में ही ओपनिंग पार्टनर बिपिन सौरभ सस्ते में आउट हो गए. दूसरे विकेट पर भी साझेदारी लंबी नहीं चली. इसके बाद भी वैभव ने एक छोर को मजबूती से संभाले रखा. तीसरे विकेट पर आकाश राज के साथ उन्होंने तेज 50 से ज्यादा रनों की पार्टनरशिप की और टीम को मुश्किल से बाहर निकाला.
आकाश राज के आउट होने के बाद वैभव बिल्कुल अलग मोड में आ गए. गेंद को देखने के बाद ही मारने की क्लासिक स्टाइल में उन्होंने पहले हाफ सेंचुरी पूरी की, फिर आखिरी ओवरों में रफ्तार बढ़ाते हुए शतक तक पहुंच गए.
पिछले 3 मैचों के बाद की शानदार वापसी
टूर्नामेंट के पहले तीन मुकाबलों में वैभव सूर्यवंशी कुल मिलाकर केवल 32 रन ही बना सके थे. उनकी आलोचना भी हो रही थी, दबाव भी था, लेकिन उन्होंने मैदान में अपने खेल से सभी सवालों का जवाब दे दिया. महाराष्ट्र के खिलाफ जमाया गया यह शतक सिर्फ मैच बदलने वाला नहीं था, बल्कि उनके सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के करियर का पहला शतक भी रहा.


































