
मेरठ/लखनऊ, 20 सितंबर 2024: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सेना में भर्ती कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक शातिर अपराधी अरविन्द राणा को मेरठ से गिरफ्तार किया। यह गिरोह भारतीय सेना में भर्ती के नाम पर अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलता था। एसटीएफ ने यह गिरफ्तारी मेरठ कैन्ट क्षेत्र में एमएच हॉस्पिटल के पास की।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अरविन्द राणा पुत्र अनिल कुमार, निवासी ग्राम बघोल, थाना वजीरगंज, जिला बदायूं है। अभियुक्त हाईस्कूल पास है और पहले मर्चेंट नेवी में सफाई कर्मी के पद पर तैनात था। वह मर्चेंट नेवी में नौकरी के दौरान एक हादसे के कारण नौकरी छोड़कर घर आ गया था, जिसके बाद वह धोखाधड़ी के कार्य में शामिल हो गया।
गिरफ्तारी के दौरान बरामदगी
- एक फर्जी भारतीय सेना का आई कार्ड
- दो आधार कार्ड और पेन कार्ड (अलग-अलग नाम और पते के)
- एक वोटर आईडी कार्ड
- दो फर्जी भारतीय सेना के अनुमोदन पत्र की छायाप्रति
- दो फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर
- तीन खाली भारतीय सेना के आश्रित पहचान पत्र
- एक भारतीय सेना का कैंटीन कार्ड
- दो मोबाइल फोन
गिरफ्तारी का स्थान और समय
- स्थान: एमएच हॉस्पिटल, मेरठ कैन्ट, थाना सदर बाजार, मेरठ
- गिरफ्तारी का समय: 19 सितंबर 2024, शाम 7:10 बजे
गिरोह की कार्यप्रणाली
एसटीएफ को लगातार सूचना मिल रही थी कि यह गिरोह भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से ठगी कर रहा है। एसटीएफ ने इसकी जांच की और गुप्त सूचना के आधार पर मेरठ के एमएच हॉस्पिटल के पास अरविन्द राणा को गिरफ्तार किया। अरविन्द राणा अपने साथियों के साथ मिलकर भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर फर्जी मेडिकल और ज्वॉइनिंग लेटर देकर प्रति अभ्यर्थी 4-5 लाख रुपये वसूलता था।
अरविन्द राणा ने अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल किया। उसने बताया कि वह अब तक करीब 40 अभ्यर्थियों से फर्जी मेडिकल और ज्वॉइनिंग लेटर के जरिए धोखाधड़ी कर चुका है।
मामले में एसटीएफ की कार्यवाही
एसटीएफ मेरठ इकाई के निरीक्षक संजय कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। एसटीएफ ने आर्मी इंटेलिजेंस के साथ मिलकर यह गिरफ्तारी की। अभियुक्त के खिलाफ थाना सदर बाजार, मेरठ में मु0अ0सं0 193/2024 धारा 318(2), 318(4), 336, 338, 340, 61(2)(क) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है और अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
एसटीएफ की यह कार्रवाई भारतीय सेना में भर्ती के नाम पर हो रही धोखाधड़ी को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अभियुक्त अरविन्द राणा के गिरोह ने अब तक कई अभ्यर्थियों से ठगी की है। एसटीएफ की तत्परता से इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ और अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया।