आजकल ज्यादातर लोग पहाड़ों पर घूमने के काफी शौकीन होते हैं। अगर आप भी पहाड़ों पर घूमने का प्लान बना रहे हैं या फिर आप नैनीताल जा रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। नैनीताल में स्थित यह मंदिर टूरिस्ट के बीच बेहद लोकप्रिय है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर का दर्शन जरुर करने आते हैं। भगवान शिव के इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की मुरादें पूरी होती हैं। बाबा भोलेनाथ के कुल 18 मुख्य मंदिरों में इस मंदिर की गिनती है। नैनीताल से केवल 50 किलोमीटर की दूरी पर बसा है मुक्तेश्वर महादेव का मंदिर। हरे-भरे पहाड़ों की ऊंची चोटी पर बना मुक्तेश्वर महादेव मंदिर महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग का इतिहास पांडवों के समय का है। आइए आपको बताते हैं कहां पर स्थापित है यह मंदिर।
शिवलिंग की स्थापना पांडवों ने किया था
नैनीताल से करीब 50 किमी की दूरी पर मुक्तेश्वर महादेव मंदिर टूरिस्ट के लिए आकर्षक केंद्र माना जाता है। इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग बेहद ही प्राचीन माना जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार मुक्तेश्वर महादेव मंदिर लगभग 5350 साल पुराना है। इसे पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान बनवाया था। इस मंदिर में शिवलिंग के साथ-साथ भगवान हनुमान, श्री विष्णु और पार्वती माता की भी मूर्तियां भी स्थापित हैं। यहां पर साधु-संतों का आश्रम भी स्थित है। इस मंदिर में साधु मुक्तेश्वर महाराज की समाधि भी मौजूद है। जिनके शिष्य इस मंदिर से सटे एक कमरे में रहते हैं।
कैसे पहुचें मुक्तेश्वर महादेव मंदिर
मुक्तेश्वर महादेव मंदिर 2312 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। यह मंदिर नैनीताल जिले में स्थित है। अगर आप नैनीताल घूमने जा रहे हैं, तो आप किसी भी प्राइवेट कैब या टैक्सी से इस मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं। जो लोग नैनीताल जा रहे हैं वो यहां दर्शन करने अवश्य जाएं। इस मंदिर में जाने से सभी भक्तों की मुरादें पूरी होती है।