एशिया कप 2025 में पिछले दिनों ‘हैंडशेक विवाद’ खूब चर्चा में रहा है. यह विवाद भारत-पाकिस्तान मैच से शुरू हुआ था, जब टीम इंडिया के प्लेयर्स ने पाकिस्तान टीम से हाथ नहीं मिलाया था. इस मामले में मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट का नाम भी खूब सुर्खियों में आया, जिन्हें लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने दावा किया था कि पायक्रॉफ्ट ने माफी मांग ली है. हालांकि ICC ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था. इस बीच अगर मान लीजिए, भारत एशिया कप को किसी कारण से बॉयकॉट करने लगे, तो जानिए इसके लिए BCCI को कितना नुकसान झेलना पड़ सकता है.
भारत करे बॉयकॉट, तो कितना होगा नुकसान
सबसे पहले जान लीजिए कि एशिया कप का आयोजन ICC नहीं बल्कि एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) करवाता है. अगर कोई टीम टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही नाम वापस ले ले, तो उसे दूसरी टीम से रिप्लेस किया जा सकता है और उसी अनुसार शेड्यूल में बदलाव भी संभव है. मगर पाकिस्तान के केस में विवाद इसलिए हुआ क्योंकि उसने बीच टूर्नामेंट को बीच में छोड़ने की धमकी दे डाली थी.
अगर भारत या कोई अन्य टीम टूर्नामेंट को बीच में छोड़ने का प्रयास करती है तो उसे भारी पेनल्टी का भुगतान करना पड़ सकता है. ऐसे फैसलों का ब्रॉडकास्टर्स, स्पॉन्सरशिप और टिकट सेल्स के रेवेन्यू पर भी असर पड़ता है. हाल ही में रिपोर्ट सामने आई कि पाकिस्तान को एशिया कप बीच में छोड़ने के लिए 16 मिलियन डॉलर यानी करीब 140 करोड़ रुपयों की पेनल्टी देनी पड़ सकती थी.
अगर पाकिस्तान की तरह भारत भी एशिया कप को बॉयकॉट करता तो BCCI के लिए यह जरूरी नहीं कि उसे भी 140 करोड़ रुपये की ही पेनल्टी देनी पड़ती. यह रकम ज्यादा या कम भी हो सकती है, लेकिन ACC ऐसी स्थिति में भारी पेनल्टी जरूर लगाया है. इसके अलावा उस टीम की अगले ACC टूर्नामेंट्स में भागीदारी पर भी बुरा असर पड़ सकता है.