
- योगी सरकार शिक्षकों में नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है
- प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य शिक्षण में कला, क्राफ्ट और पपेट्री जैसी विधियों का उपयोग कर सुधार लाना है
- इस प्रतियोगिता में 75 जनपदों के 150 शिक्षक भाग ले रहे हैं
- प्रतियोगिता में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों के लिए विषय निर्धारित किए गए हैं

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शिक्षकों के बीच नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए एक अनूठी पहल कर रही है। राज्य स्तरीय कला, क्राफ्ट एवं पपेट्री शिक्षण प्रतियोगिता का आयोजन कर शिक्षकों को शिक्षा के पारंपरिक तरीकों से हटकर रचनात्मक और प्रभावशाली तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य शिक्षण को कला, शिल्प और कठपुतली जैसी रचनात्मक विधियों के माध्यम से अधिक आकर्षक और प्रभावी बनाना है।

उत्तर प्रदेश राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता की शुरुआत वर्ष 2017-18 में योगी सरकार के गठन के साथ की गई थी। इस वर्ष प्रतियोगिता का आयोजन 21 से 25 अक्टूबर के बीच किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के 75 जनपदों से चयनित 150 शिक्षक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रतियोगिता के उद्देश्य और स्वरूप

योगी सरकार की इस पहल का उद्देश्य परिषदीय शिक्षकों को शिक्षण में नवाचार अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इस प्रतियोगिता के तहत शिक्षकों को यह दिखाने का मौका दिया जा रहा है कि टीएलएम (Teaching Learning Material) के सहयोग से कैसे बच्चों को बेहतर और निपुण बनाया जा सकता है। प्रतियोगिता के पहले चरण में 24 सितंबर को जनपद स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था, जिसके बाद अब दूसरे चरण में राज्य स्तर पर प्रतियोगिता हो रही है।
पांच श्रेणियों में हो रही प्रतियोगिता

इस प्रतियोगिता में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों के लिए पांच श्रेणियों में विषय निर्धारित किए गए हैं। प्राथमिक स्तर पर ‘भाषा’ और ‘गणित’ विषय हैं, जबकि उच्च प्राथमिक स्तर पर ‘गणित’, ‘विज्ञान’ और ‘सामाजिक विज्ञान’ विषय शामिल हैं। इन विषयों पर शिक्षकों द्वारा कला, शिल्प और पपेट्री के माध्यम से शिक्षण विधियों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
शिक्षकों को नवाचार का अवसर

SCERT के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि हर बार नए शिक्षक इस प्रतियोगिता में भाग लें और अपने नवाचारों को प्रदर्शित करें। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से शिक्षकों को शिक्षण में रचनात्मकता और नई विधियों को जोड़ने का मौका मिल रहा है।
SCERT निदेशक गणेश कुमार ने कहा, “यह प्रतियोगिता शिक्षकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहां वे अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित कर सकते हैं और शिक्षण के स्तर को ऊंचा उठाने में सहयोग कर सकते हैं। कला, क्राफ्ट और पपेट्री जैसी विधियों का उपयोग शिक्षा में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।”
योगी सरकार की इस पहल से उत्तर प्रदेश के परिषदीय शिक्षकों को अपनी प्रतिभा और नवाचारों को प्रदर्शित करने का अवसर मिल रहा है। यह प्रतियोगिता न केवल शिक्षकों के बीच प्रतिस्पर्धा और रचनात्मकता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि छात्रों के लिए भी शिक्षण को रोचक और प्रभावशाली बनाने में मददगार साबित हो रही है।