आजकल कॉन्स्टिपेशन और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं आम हो गई हैं. गलत लाइफस्टाइल, जंक फूड, कम पानी पीना और स्ट्रेस की वजह से हमारा डाइजेशन सिस्टम कमजोर हो जाता है. इससे पेट भारी रहता है, गैस बनती है और Stool पास करने में दिक्कत होती है. डॉक्टर कहते हैं कि लंबे समय तक कॉन्स्टिपेशन और ब्लोटिंग को नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. बांगड़ अस्पताल, डीडवाना के सीनियर गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ. संस्कार उपाध्याय , बताते हैं, “रेगुलर पेट की मसाज करने से आंतों की मूवमेंट तेज होती है और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं कम होती हैं. यह एक आसान और प्राकृतिक तरीका है, जो दवाइयों के बिना पाचन को सुधारता है.”
पेट की मसाज कैसे मदद करती है?
कॉन्स्टिपेशन में राहत – पेट की हल्की मसाज आंतों की मूवमेंट को बढ़ाती है, जिससे Stool पास करना आसान हो जाता है.
ब्लोटिंग कम होना – मसाज गैस और पेट की सूजन (Bloating) को कम करता है.
डाइजेशन सिस्टम एक्टिव रहना – रेगूलर मसाज से Digestion Process बेहतर होता है.
स्टेस कम करना – मसाज से बॉडी रिलैक्स होती है और स्ट्रेस घटता है, जिससे पेट की प्रॉब्लम्स भी कम होती हैं.
मसाज करने का तरीका
-
- किसी शांत जगह पर आराम से लेट जाएं.
-
- हथेलियों पर हल्का तेल (नारियल या सरसों का तेल) लगाएं.
-
- पेट के ऊपर गोल-गोल (Clockwise) दिशा में हल्की मसाज करें.
-
- पेट के चारों ओर हल्के दबाव के साथ Massage करें, ज्यादा जोर न डालें.
-
- रोजाना 10–15 मिनट तक करें, सुबह या सोने से पहले ज्यादा फायदा होता है.
किन लोगों को करनी चाहिए पेट की मसाज?
जिन लोगों को बार-बार कॉन्स्टिपेशन, पेट फूलना, गैस या डाइजेशन संबंधित समस्या रहती है, वे इसे अपना सकते हैं. लेकिन अगर पेट में ज्यादा दर्द, ब्लीडिंग या कोई गंभीर बीमारी है तो Doctor से सलाह लेना जरूरी है.
मसाज के साथ टिप्स
-
- पर्याप्त पानी पिएं.
-
- Fiber वाले Fruits और सब्जियां शामिल करें.
-
- रोजाना हल्की एक्सरसाइज करें.
-
- तैलीय और जंक फूड से बचें.
डॉक्टर की सलाह
डॉ. संस्कार उपाध्याय कहते हैं, “पेट की मसाज सिर्फ Symptom को कम नहीं करती बल्कि डाइजेशन सिस्टम को मजबूत भी बनाती है. इसे नियमित और सही तरीके से करना जरूरी है. साथ ही Healthy Diet और Exercise इसे और असरदार बनाते हैं.” पेट की मसाज कॉन्स्टिपेशन और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत दिलाने का आसान और प्राकृतिक तरीका है. यह डाइजेशन सिस्टम को मजबूत बनाता है, पेट हल्का और आरामदायक महसूस होता है. नियमित मसाज और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर पेट की कई परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है.
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.