
- आरएसएम हॉस्पिटल में पहली बार सफल कूल्हा प्रत्यारोपण किया गया।
- बाराबंकी निवासी 67 वर्षीय कल्लू पांडेय के दाहिने कूल्हे का हुआ ऑपरेशन।
- डॉ. अशोक कुमार और उनकी टीम ने बाईपोलर कूल्हा प्रत्यारोपण कर मरीज को राहत दी।
- मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीके शर्मा के नेतृत्व में अस्पताल में लगातार बेहतर हो रही सुविधाएं।
- समाजसेवी नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान ने चिकित्सक टीम को ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए दी बधाई।
लखनऊ, बख्शी का तालाब : स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए, बख्शी का तालाब स्थित राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय (RSM Hospital) में शुक्रवार को पहला सफल कूल्हा प्रत्यारोपण (Hip Replacement) किया गया। यह ऑपरेशन न केवल अस्पताल के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ, बल्कि यह दर्शाता है कि अब राजधानी के ग्रामीण क्षेत्र में भी उन्नत चिकित्सा सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध कराई जा रही हैं।
बाराबंकी के बुजुर्ग को मिला नई ज़िंदगी का सहारा
यह प्रत्यारोपण बाराबंकी जनपद के ग्राम कोढ़वा निवासी 67 वर्षीय बुजुर्ग कल्लू पांडेय पर किया गया। उन्हें दाहिने कूल्हे में गंभीर चोट लगी थी, जिसके बाद परिजन उन्हें तत्काल आरएसएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार ने प्राथमिक जांच की, जिसमें रेडियोलॉजी रिपोर्ट में दाहिने कूल्हे के फ्रैक्चर की पुष्टि हुई। मरीज को बाईपोलर कूल्हा प्रत्यारोपण (Bipolar Hip Replacement) की सलाह दी गई।
परिजनों की सहमति के बाद डॉ. अशोक कुमार, डॉ. यूएस लाल और डॉ. सुमित महराज की विशेषज्ञ टीम ने इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया। एनस्थीसिया विभाग के डॉ. अंशु व डॉ. फहीम ने सफलतापूर्वक बेहोशी की प्रक्रिया संभाली। घंटों चले इस ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत स्थिर है और स्वास्थ्य में तेज़ी से सुधार हो रहा है।
पहली बार हुआ कूल्हा प्रत्यारोपण, चिकित्सा अधीक्षक ने दी जानकारी
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वी.के. शर्मा ने बताया कि यह आरएसएम हॉस्पिटल में किया गया पहला कूल्हा प्रत्यारोपण है, जो पूरी तरह से सफल रहा। उन्होंने बताया कि अस्पताल में पिछले कुछ महीनों में स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार हुआ है, जिससे मरीजों का भरोसा और संख्या दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
डॉ. शर्मा के अनुसार, बीते माह ओपीडी मरीजों की संख्या में लगभग 34% और पैथोलॉजी जांचों में 22% की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। आने वाले समय में इस संख्या को और बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है ताकि न केवल लखनऊ बल्कि आस-पास के जनपदों – जैसे सीतापुर, लखीमपुर, बहराइच, बाराबंकी, सुल्तानपुर, उन्नाव और हरदोई – से आने वाले मरीजों को भी बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा सके।
योगक्षेम ट्रस्ट ने दी बधाई, चिकित्सालय के कायाकल्प की सराहना
रामेश्वरी जगदीश योगक्षेम ट्रस्ट के अध्यक्ष और वरिष्ठ समाजसेवी नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान ने चिकित्सक टीम को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि पिछले चार महीनों से आरएसएम हॉस्पिटल का कायाकल्प जिस तेज़ी से हुआ है, वह सराहनीय है। डॉ. वी.के. शर्मा के नेतृत्व में चिकित्सालय में कई ऐतिहासिक कार्य सम्पन्न हुए हैं।
श्री चौहान ने कहा कि अस्पताल की युवा व समर्पित चिकित्सक टीम द्वारा सैकड़ों गंभीर मरीजों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा रहा है, जो लखनऊ सहित प्रदेश के कई अन्य जिलों से आते हैं। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ी व उन्नत सर्जरी संभव है और मरीजों को इलाज के लिए महानगरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा।
राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय ने इस सफल कूल्हा प्रत्यारोपण के माध्यम से यह सिद्ध कर दिया है कि सीमित संसाधनों के बीच भी समर्पित चिकित्सा कर्मियों की टीम असंभव को संभव बना सकती है। यह न केवल क्षेत्रीय जनता के लिए राहत का संदेश है, बल्कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में सकारात्मक बदलाव का संकेत भी है।
संपर्क: शिवसागर सिंह चौहान
True News Up – लखनऊ ब्यूरो
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