
- पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के नॉर्थ ज़ोन के डीसीपी अभिजीत आर.शंकर लोकसभा चुनाव को लेकर बेहद सतर्क
- ज़ोन के सभी थानों में आमआदमी को जागरूक करने के लिए बैठकों से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक चाक चौबंद करने में लगे
- चुनाव के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के रुकने वाली जगहों का डीसीपी ने स्वयं निरीक्षण किया
- राजधानी लखनऊ में पांचवें चरण यानी 20 मई को वोट डाले जाएंगे
- पांचवें चरण में 49 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है, जिसका नोटिफिकेशन 26 अप्रैल को जारी होगा
- 3 मई तक दाखिल किया जा सकता है नामांकन
- 4 मई को नामांकन पत्र की जांच होगी
- 6 मई तक वापस लिया जा सकता है नामांकन
- 20 मई को होगी वोटिंग और 4 जून को आएंगे नतीजे

लखनऊ: इस समय लोकसभा चुनाव के रंग में पूरा देश रंगा हुआ है और चुनाव आयोग के मुताबिक, यूपी समेत पूरे देश में सात चरणों में चुनाव होंगे, 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान, 26 अप्रैल को दूसरे चरण का, 7 मई को तीसरा चरण, 13 मई को चौथा चरण, 20 मई को पांचवां चरण, 25 को मई छठा चरण और 1 जून को सातवां यानि आखिरी चरण का मतदान होगा। जिनके नतीजे 4 जून को आएंगे। लखनऊ में पांचवें चरण में यानी 20 मई को मतदान होगा। पांचवें चरण में अलग-अलग राज्यों की 49 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है, जिसका नोटिफिकेशन 26 अप्रैल को जारी होगा, इसमें 3 मई तक नामांकन दाखिल किया जा सकता है। 4 मई को नामांकन पत्र की जांच होगी और 6 मई तक नामांकन वापस लिया जा सकता है, पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई को होगी और 4 जून को पूरे देश की सभी लोकसभा सीटों के परिणाम आएंगे।

लोकसभा चुनाव-2024 की तैयारियों को मद्देनजर रखते हुए पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के नॉर्थ ज़ोन के डीसीपी अभिजीत आर.शंकर ने प्रभारी निरीक्षक विकासनगर के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस के ठहरने वाले स्थानों को स्वयं जाकर चेक किया और उन सभी स्थानों में किसी भी प्रकार की असुविधा व लापरवाही न हो, इसके लिए निर्देशित किया। आईपीएस अभिजीत आर शंकर के द्वारा किए गए इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह था कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी प्रकार की व्यवस्था में कमी नहीं हो। इसके बाद, उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया ताकि किसी भी अनियंत्रित स्थिति का समाधान भी किया जा सके।

डीसीपी नॉर्थ ने इस निरीक्षण के दौरान विशेष ध्यान दिया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस द्वारा संभाले जाने वाले क्षेत्रों में सुरक्षा का स्तर उच्च हो। उन्होंने सुनिश्चित किया कि कोई भी कमी न हो, ताकि लोगों को आत्मविश्वास मिले और उन्हें सुरक्षित महसूस हो। इस निरीक्षण के माध्यम से, अभिजीत आर शंकर ने यह भी सुनिश्चित किया कि पुलिस अधिकारियों के बीच एक सजीव और सुगम संचार का माहौल बना रहे, ताकि वो किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान करने में सहायक हो सकें।