
- लोकभारती की प्रांत बैठक बुंदेलखंड के राठ नगर में आयोजित की गई, जिसमें प्रमुख समाजसेवी और राजनीतिक हस्तियाँ उपस्थित हुईं।
- कार्यकम की अध्यक्षता कामतानाथपीठ चित्रकूट के पूज्य महंत श्री मदनगोपाल दास जी महाराज ने की, और पद्मश्री उमाशंकर पांडेय जी ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- जैविक और प्राकृतिक खेती पर विशेष चर्चा की गई, जिसमें 50 से अधिक किसान भाइयों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए।
- कार्यक्रम की व्यवस्था में श्री बसंत नगायच जी, श्री दिनेश सोनी जी और अन्य ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- इस कार्यक्रम का संचालन और आभार श्री मुकेश बुधौलिया जी ने किया, जिन्होंने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक समाप्त किया।

हमीरपुर/लखनऊ, 30 दिसम्बर 2024: लोकभारती की प्रांत बैठक का आयोजन 28 दिसंबर 2024 को बुंदेलखंड के राठ नगर में किया गया। इस बैठक में विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक क्षेत्रों से जुड़ी प्रमुख हस्तियाँ शामिल हुईं। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में धर्म, संस्कार, शिक्षा, और कृषि के क्षेत्र में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ लोकभारती के कार्यों को बल देना था। बैठक में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने समाज की बेहतरी के लिए अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता और मुख्य अतिथि बैठक की अध्यक्षता कामतानाथपीठ चित्रकूट के महंत मदनगोपाल दास ने की, जिन्होंने अपने आशीर्वचन में समाज के विकास के लिए परिश्रम और संघर्ष की आवश्यकता पर जोर दिया। इस मौके पर पद्मश्री से सम्मानित उमाशंकर पांडेय ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए, विशेष रूप से भारतीय संस्कृति और परंपराओं के महत्व पर चर्चा की।
लोकभारती के सह संगठन मंत्री गोपाल मोहन उपाध्याय और उपाध्यक्ष आचार्य रवींद्र ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। उनके द्वारा समाज के विभिन्न वर्गों के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की गई। केंद्रीय कार्यालय से सौरभ सिंह, बाबा बालक नाथ (सदस्य पिछड़ा वर्ग आयोग), और प्रोफेसर शिव शंकर ने भी बैठक में योगदान दिया। इन सभी नेताओं ने सभा में मौजूद लोगों को समाज के हित में काम करने के लिए प्रेरित किया।
किसानों की सहभागिता बैठक में विशेष रूप से किसानों की उपस्थिति को महत्व दिया गया। राठ और आस-पास के गाँवों से लगभग 50 किसान भाई इस कार्यक्रम में शामिल हुए। ये किसान जैविक या प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और उन्होंने अपनी खेती से जुड़ी चुनौतियों और सफलता की कहानियाँ साझा की। इस पहल का उद्देश्य जैविक खेती को बढ़ावा देना और किसानों को कृषि के प्राकृतिक तरीकों के प्रति जागरूक करना था।
कृषि के संदर्भ में कौशल मुखिया, जो जैविक खेती के समर्थक हैं, ने किसानों को जैविक उत्पादों की बिक्री और उनके लाभों के बारे में बताया। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे प्राकृतिक संसाधनों का अधिकतम उपयोग करें और रासायनिक उर्वरकों से बचने की कोशिश करें। इस प्रकार की चर्चा से किसानों को खेती के नए तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
समाजसेवियों और अन्य सहभागियों की उपस्थिति बैठक में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग उपस्थित थे। गायत्री परिवार से चंद्रशेखर मिश्रा और लक्षमण लाल त्रिपाठी, नगर विकास मंच से डॉक्टर हरिओम नगायच और महेश सोनी, लायंस क्लब से अजय अग्रवाल, दीपक मिश्रा, और कई अन्य समाजसेवी इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए। इसके अलावा, व्यापारी मंडल, जेसीज, और अन्य स्थानीय संगठन जैसे व्यापार मंडल से के. जी. अग्रवाल और सुरेश खेवरिया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम की व्यवस्था और संचालन कार्यक्रम की व्यवस्था में बसंत नगायच, दिनेश सोनी, मधुकर राव, कृष्ण दत्त पालिया और मुकेश बुधौलिया की प्रमुख भूमिका रही। इन सभी ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए कड़ी मेहनत की। मुकेश बुधौलिया ने कार्यक्रम का संचालन किया और सभी का आभार व्यक्त किया।
आभार और निष्कर्ष कार्यक्रम के अंत में मुकेश बुधौलिया ने सभी उपस्थित व्यक्तियों और आयोजकों का धन्यवाद किया और इस बात पर जोर दिया कि लोकभारती की कार्यप्रणाली समाज के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि लोकभारती का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव को प्रोत्साहित करना है।
इस कार्यक्रम से यह स्पष्ट हुआ कि लोकभारती के प्रयासों से समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है, और यदि हम सभी मिलकर काम करें तो भारत को समृद्ध और मजबूत बना सकते हैं। बैठक में मौजूद सभी व्यक्तियों ने अपने विचारों से इस विचारधारा को और प्रोत्साहित किया।