
- उत्तर प्रदेश में 01 जनवरी से 31 जनवरी तक राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया जाएगा।
- सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए जिलावार लक्ष्य निर्धारित किये जाएंगे।
- सड़क इंजीनियरिंग कारकों पर कार्रवाई की जाएगी और सड़क सुरक्षा का ऑडिट कराया जाएगा।
- जन जागरूकता के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ सार्वजनिक समारोह और डिजिटल अभियान आयोजित होंगे।
- शराब पीकर गाड़ी चलाने, तेज गति और गलत दिशा में गाड़ी चलाने के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ अभियान चलाया जाएगा।
लखनऊ, 30 दिसम्बर 2024: उत्तर प्रदेश सरकार ने 01 जनवरी 2025 से 31 जनवरी 2025 तक पूरे राज्य में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस दौरान राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके और जन जागरूकता बढ़ाई जा सके।
परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने इस सम्बन्ध में जानकारी दी कि शासन ने सभी जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों और परिवहन विभाग को निर्देशित किया है कि वे सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या को कम करने के लिए समेकित प्रयास करें। इसके तहत, प्रत्येक जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिलावार लक्ष्य निर्धारित किए जाएंगे।
इसके अलावा, सड़क इंजीनियरिंग कारकों, जैसे अवैध मीडियन गैप, जंक्शन पर ट्रैफिक प्रबंधन की कमी और समुचित प्रकाश व्यवस्था की कमी पर कार्रवाई की जाएगी। राज्य की प्रमुख सड़कों पर सड़क इंजीनियरिंग ऑडिट भी कराया जाएगा।
राज्य में सड़क सुरक्षा को जन आंदोलन बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों को शामिल कर एक प्रभावशाली अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत लोगों को तेज गति से गाड़ी चलाने, शराब पीकर गाड़ी चलाने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने और सुरक्षा उपकरणों के उपयोग के खतरों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके लिए एक डिजिटल अभियान भी चलाने का प्रस्ताव है।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत विशेष रूप से शराब पीकर गाड़ी चलाने, तेज गति से गाड़ी चलाने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने और सुरक्षा उपकरणों का उपयोग न करने के खिलाफ पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा ‘जीरो टॉलरेंस’ अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के बाद, जिन जिलों ने इस माह में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, उन्हें सम्मानित किया जाएगा।