
- अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मशती पर परिवहन निगम ने वातानुकूलित बसों के किरायों में लगभग 20% की कमी की।
- 25 दिसम्बर से 3X2 जनरथ/शताब्दी बस का किराया 1.63 रुपये प्रति किमी से घटकर 1.45 रुपये प्रति किमी हो जाएगा।
- 2X2 जनरथ बस का किराया 1.93 रुपये प्रति किमी से घटकर 1.60 रुपये प्रति किमी हो जाएगा।
- किराए में कमी से यात्रियों को आरामदायक और किफायती यात्रा का अनुभव मिलेगा, साथ ही निगम की आय में वृद्धि की संभावना है।
- शीतकाल में अधिक से अधिक यात्रियों को वातानुकूलित आरामदायक यात्रा प्रदान करने का उद्देश्य।
लखनऊ, 24 दिसम्बर 2024: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मशती के अवसर पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने प्रदेशवासियों को एक विशेष तोहफा दिया है। परिवहन निगम द्वारा वातानुकूलित जनरथ और शताब्दी बस सेवाओं के किरायों में लगभग 20 प्रतिशत तक की कमी की घोषणा की गई है। इस पहल का उद्देश्य शीतकाल में अधिक से अधिक यात्रियों को किफायती और आरामदायक वातानुकूलित यात्रा का लाभ पहुंचाना है।
वातानुकूलित बस सेवाओं में किराये में कमी:
परिवहन निगम ने वातानुकूलित बसों के किराए में कमी की घोषणा की है, जो यात्रियों के लिए सुखद और किफायती यात्रा का अवसर प्रदान करेगी। यह निर्णय विशेष रूप से शीतकाल के दौरान लिया गया है, जब लोग अधिक यात्रा करते हैं और आरामदायक यात्रा की तलाश में रहते हैं। निगम का लक्ष्य यह है कि अधिक से अधिक लोग वातानुकूलित बस सेवाओं का उपयोग करें और उन्हें राहत मिले।
नवीन किराया दरें:
परिवहन मंत्री के अनुसार, 25 दिसम्बर 2024 से लागू होने वाली नई किराया दरों के अनुसार, वातानुकूलित 3X2 जनरथ और शताब्दी बसों का किराया 1.63 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री के बजाय अब 1.45 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री होगा। इस दर में लगभग 11 प्रतिशत की कमी की गई है। इसके अलावा, 2X2 जनरथ बसों का किराया 1.93 रुपये प्रति किमी की बजाय 1.60 रुपये प्रति किमी होगा, जो लगभग 17 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है।
आर्थिक दृष्टिकोण:
यह कदम निगम के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा क्योंकि इससे निगम की एसी बसों की लोड फैक्टर में वृद्धि होने की उम्मीद है। लोड फैक्टर का मतलब है कि अधिक से अधिक सीटों को भरने के साथ-साथ निगम की आय में भी वृद्धि होगी। कम किराए पर अधिक यात्री यात्रा करेंगे, जिससे निगम को बेहतर वित्तीय परिणाम प्राप्त होंगे। इस प्रकार, यह कदम परिवहन निगम के लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद होगा।
यात्रियों को लाभ:
इस बदलाव का सीधा लाभ यात्रियों को मिलेगा। शीतकाल में विशेष रूप से अधिक लोग लंबी यात्राओं के लिए बाहर जाते हैं और वे आरामदायक और ठंडी यात्रा की तलाश में होते हैं। अब उन्हें वातानुकूलित बसों में यात्रा करने के लिए कम किराए पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे यात्रियों की यात्रा का अनुभव और भी आरामदायक बनेगा।
आशा और प्रभाव:
परिवहन मंत्री ने इस कदम को प्रदेश की जनता के लिए एक सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि इससे न केवल यात्रा का खर्च कम होगा, बल्कि वातानुकूलित बसों का उपयोग भी बढ़ेगा। इससे यात्रा करने वाले अधिक लोग निगम की सेवाओं का लाभ उठाएंगे, जिससे निगम की प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। इसके अलावा, यह कदम श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी के प्रति सम्मान और उनकी जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को एक उपहार के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
सम्भावित प्रभाव:
यह कदम प्रदेश के नागरिकों के लिए राहत लेकर आएगा, क्योंकि अब यात्रियों को सस्ती और आरामदायक यात्रा उपलब्ध होगी। इसके साथ ही, परिवहन निगम की व्यवसायिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा। शीतकाल के दौरान जब यात्री अधिक संख्या में यात्रा करते हैं, यह कदम निगम की क्षमता और आय को बढ़ाने में सहायक होगा।