
- राज्यपाल का अवलोकन: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आयोजित डिजाइन कार्यशाला में भाग लिया और छात्रों की कला की प्रशंसा की।
- 57 छात्रों की भागीदारी: लखनऊ विश्वविद्यालय के 57 छात्र-छात्राओं ने टेक्सटाइल डिजाइन, फाइन आर्ट्स और व्यापारिक कला के अंतर्गत अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की।
- पर्यावरण संरक्षण का संदेश: राज्यपाल ने कला में पर्यावरणीय मुद्दों को शामिल करने की प्रेरणा दी और इसे जागरूकता का माध्यम बताया।
- प्रमाण-पत्र वितरण: कार्यशाला के समापन पर सभी प्रतिभागी छात्रों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।
- महत्वपूर्ण उपस्थिति: कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों और विश्वविद्यालय प्रशासन ने भाग लेकर आयोजन को सफल बनाया।

लखनऊ, 23 दिसंबर, 2024: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन में आयोजित एक दिवसीय डिजाइन कार्यशाला का अवलोकन किया। इस कार्यशाला में लखनऊ विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के कला एवं शिल्प महाविद्यालय के 57 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसमें प्रमुख रूप से टेक्सटाइल डिजाइन, फाइन आर्ट्स और व्यापारिक कला के छात्र शामिल थे।
राज्यपाल ने छात्रों की कलात्मकता और रचनात्मकता की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने अपने संबोधन में छात्रों को पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए अपनी कला में पर्यावरणीय मुद्दों को शामिल करने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल ने कहा, “पेंटिंग या डिजाइन में पर्यावरणीय संदेशों को शामिल करने से समाज में जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।”
कार्यशाला का समापन समारोह उत्साहपूर्ण रहा, जिसमें सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। राज्यपाल ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए उनकी कलात्मक यात्रा में सफलता की कामना की। इस आयोजन ने न केवल प्रतिभागियों को अपनी कला प्रदर्शित करने का मंच प्रदान किया बल्कि उन्हें प्रोत्साहित और मार्गदर्शन भी दिया।
कार्यशाला में उपस्थित अतिथियों में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय, संकायाध्यक्ष डॉ. रतन कुमार, और कई अन्य अधिकारी शामिल थे। कार्यक्रम ने पिछले वर्ष की कार्यशाला की सफलता को आगे बढ़ाते हुए एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया।