
लखनऊ, 21 दिसम्बर 2024: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू), लखनऊ, ने अपने 120वें स्थापना दिवस पर एक ऐतिहासिक पहल करते हुए एलुमनाई नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। विश्वविद्यालय की इस पहल का उद्देश्य दुनिया भर में फैले अपने पूर्व छात्रों को एक मंच पर संगठित करना है। माननीय कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने समय-समय पर केजीएमयू को एलुमनाई नेटवर्किंग पर ध्यान केंद्रित करने और एक मजबूत तंत्र विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन
120वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केजीएमयू की एलुमनाई दुनियाभर में फैली हुई है। इसे संगठित करने से विश्वविद्यालय के विकास और संरचनात्मक कार्यों में योगदान मिल सकता है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एक सशक्त एलुमनाई नेटवर्क विश्वविद्यालय को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिला सकता है।
एलुमनाई सम्मेलन और कुलपति की अपील
पिछले वर्ष, केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने एक अंतरराष्ट्रीय एलुमनाई सम्मेलन के दौरान पूर्व छात्रों से अपील की थी कि वे विश्वविद्यालय के विकास में सहयोग दें। इस अपील के परिणामस्वरूप एलुमनाई से धन संग्रह और सहयोग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रो. नित्यानंद ने इसे एक मजबूत तंत्र का आधार बताते हुए कहा कि यह नेटवर्क न केवल विश्वविद्यालय बल्कि छात्रों और समाज के लिए भी एक नया आयाम स्थापित करेगा।
एलुमनाई वेबसाइट: डिजिटल युग का कदम
एलुमनाई नेटवर्क को संगठित और मजबूत करने के लिए केजीएमयू ने अपनी एलुमनाई वेबसाइट लॉन्च की है। इस वेबसाइट को ट्रंक सॉल्यूशन के निदेशक श्री स्वप्निल ने विकसित किया है।
वेबसाइट की मुख्य विशेषताएं:
- पंजीकरण और नेटवर्क निर्माण: वेबसाइट पर एलुमनाई का पंजीकरण कर एक संगठित नेटवर्क तैयार किया जाएगा।
- बैच मीट्स का आयोजन: विभिन्न बैच मीट्स के लिए यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म का काम करेगा।
- ऑनलाइन कार्यक्रम: ऑनलाइन सेमिनार, व्याख्यान, और चर्चाओं के आयोजन के लिए सुविधाएं।
- अनुदान प्राप्त करना: विश्वविद्यालय के विकास के लिए एलुमनाई से अनुदान प्राप्त करने की प्रक्रिया।
- प्लेसमेंट और कैंपस सिलेक्शन: छात्रों को प्लेसमेंट और कैंपस सिलेक्शन में मदद।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: छात्रों के लिए नौकरी के अवसरों को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग।
वेबसाइट का डेटा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा और इसे केवल पंजीकृत सदस्यों द्वारा ही एक्सेस किया जा सकेगा।
प्रारंभिक अनुदान और योगदान
एलुमनाई नेटवर्किंग और अनुदान के प्रयासों ने सकारात्मक परिणाम देना शुरू कर दिया है। माननीय राज्य मंत्री श्री अरुण सक्सेना ने 1.5 लाख रुपये की धनराशि का योगदान दिया है। इसके साथ ही, 1978 बैच के डॉ. हर्ष शर्मा और डॉ. देवेंद्र सोनी ने एक-एक लाख रुपये का सहयोग किया है।
भविष्य की योजनाएं
वर्ष 2026 में एक अंतरराष्ट्रीय एलुमनाई सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है। इस सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर केजीएमयू की एलुमनाई को जोड़ना और विश्वविद्यालय के विकास के लिए नए रास्ते तलाशना है।
केजीएमयू का यह प्रयास न केवल अपने पूर्व छात्रों के साथ संबंध मजबूत करेगा बल्कि विश्वविद्यालय के विकास और छात्रों के भविष्य निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल आने वाले समय में वृहद रूप लेगी और केजीएमयू को वैश्विक पहचान दिलाने में सहायक साबित होगी।