
- आईएसएफआर 2023 रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 559 वर्ग किमी. वन और वृक्ष आवरण में वृद्धि हुई है।
- 36.80 करोड़ पौधरोपण करके उत्तर प्रदेश ने हरित क्रांति की दिशा में नया रिकॉर्ड बनाया।
- झांसी, अमरोहा, इटावा, कानपुर नगर और बिजनौर वन वृद्धि में शीर्ष जिलों में शामिल रहे।
- योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ से अधिक पौधे साढ़े सात वर्षों में लगाए गए।
- भारत का कुल वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जिसमें उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है।
लखनऊ, 21 दिसम्बर 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने हरित क्रांति की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। 2024 में प्रकाशित भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 के अनुसार, राज्य में 559 वर्ग किमी. वन और वृक्ष आवरण में वृद्धि दर्ज की गई है। इस उपलब्धि ने उत्तर प्रदेश को देशभर में दूसरा स्थान दिलाया है, जबकि छत्तीसगढ़ 684 वर्ग किमी की वृद्धि के साथ शीर्ष पर है। मुख्यमंत्री योगी ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” आह्वान और भारतीय दर्शन “माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः” के प्रति लोगों के जुड़ाव का प्रतिफल बताया।
36.80 करोड़ पौधरोपण का रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्षों में 210 करोड़ से अधिक पौधे लगाए हैं। इस वर्ष 20 जुलाई को 36.51 करोड़ पौधे एक ही दिन में लगाकर राज्य ने इतिहास रच दिया। 30 सितंबर तक यह संख्या 36.80 करोड़ से अधिक हो चुकी थी। इस अभियान की सफलता ने उत्तर प्रदेश को वन और वृक्ष आवरण के मामले में शीर्ष राज्यों की सूची में ला खड़ा किया है। मुख्यमंत्री योगी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए वन विभाग, प्रकृति प्रेमियों और प्रदेशवासियों को बधाई दी।
आईएसएफआर 2023 की मुख्य विशेषताएं
भारतीय वन सर्वेक्षण (एफएसआई), देहरादून द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के वन और वृक्ष आवरण का कुल क्षेत्रफल 23,996.72 वर्ग किमी (राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 9.96%) है। 2021 की तुलना में, राज्य में 559.19 वर्ग किमी. की वृद्धि हुई है, जो इसे दूसरे स्थान पर लाती है।
वनावरण स्थिति 2023:
- अति सघन वन: 2,688.73 वर्ग किमी
- मध्यम सघन वन: 4,001.41 वर्ग किमी
- खुला वन: 8,355.66 वर्ग किमी
- कुल वनावरण: 15,045.80 वर्ग किमी (6.24%)
- वृक्षावरण: 8,950.92 वर्ग किमी (3.72%)
2021 की तुलना में सुधार
2021 में उत्तर प्रदेश का कुल वनावरण और वृक्षावरण 23,437.53 वर्ग किमी (राज्य का 9.73%) था। अति सघन वन, मध्यम सघन वन और खुला वन सभी श्रेणियों में सुधार हुआ है, जिससे कुल वनावरण और वृक्षावरण में 559.19 वर्ग किमी की वृद्धि हुई।
2021 के आंकड़े:
- अति सघन वन: 2,655.29 वर्ग किमी
- मध्यम सघन वन: 3,995.53 वर्ग किमी
- खुला वन: 8,276.55 वर्ग किमी
- कुल वनावरण: 14,927.37 वर्ग किमी (6.20%)
- वृक्षावरण: 8,510.16 वर्ग किमी (3.53%)
शीर्ष वृद्धि वाले जिले
उत्तर प्रदेश के वन आवरण में वृद्धि के लिए झांसी, अमरोहा, इटावा, कानपुर नगर और बिजनौर जैसे जिलों का विशेष योगदान रहा है।
जिलेवार वृद्धि (एकड़ में):
- झांसी: 8,597
- अमरोहा: 7,769
- इटावा: 7,127
- कानपुर नगर: 6,249
- बिजनौर: 3,343
इन जिलों में पौधरोपण अभियानों और जनसहभागिता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2023 के राष्ट्रीय आंकड़े
भारत का कुल वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें वन आवरण 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) और वृक्ष आवरण 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) शामिल है।
शीर्ष राज्य:
- छत्तीसगढ़: 684 वर्ग किमी
- उत्तर प्रदेश: 559.19 वर्ग किमी
- ओडिशा: 558.57 वर्ग किमी
- राजस्थान: 394.46 वर्ग किमी
- झारखंड: 286.96 वर्ग किमी
सीएम योगी का विजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा, “नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से अग्रसर है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी की वन और वृक्ष आवरण की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।” उन्होंने इस अभियान से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी और इसे मानवता के कल्याण को समर्पित बताया।