
- उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा के तहत 36 सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी और 391 सहायक मोटर वाहन निरीक्षक के पद सृजित किए।
- ये पद 28 फरवरी, 2025 तक सृजित किए गए हैं, जब तक कि इन्हें समाप्त करने की अलग से सूचना न दी जाए।
- सड़क सुरक्षा सप्ताह की जानकारी तहसील, ग्राम पंचायत, और ग्राम सभाओं तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए।
- बढ़ती जनसंख्या और वाहनों की संख्या को देखते हुए इन पदों की आवश्यकता महसूस की गई।
- इन नियुक्तियों से सड़क सुरक्षा कार्यों में तेजी आएगी और दुर्घटनाओं की संख्या में कमी की संभावना है।
लखनऊ, 20 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (साधारण वेतनमान) और सहायक मोटर वाहन निरीक्षक (ए०एम०वी०आई०) के पद सृजित करने की मंजूरी दी है। परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने इस महत्वपूर्ण घोषणा के दौरान बताया कि ये पद 28 फरवरी, 2025 तक की अवधि के लिए सृजित किए गए हैं।
प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर सरकार ने यह कदम उठाया है। सड़क सुरक्षा के दायित्वों को तहसील स्तर तक विस्तारित करते हुए, ग्राम पंचायत और ग्राम सभाओं के माध्यम से जनता को सड़क सुरक्षा सप्ताह की जानकारी देने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
परिवहन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश देश में जनसंख्या के मामले में प्रथम स्थान पर है और यहां वाहनों की संख्या भी बहुत अधिक है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी और सहायक मोटर वाहन निरीक्षक के पदों की आवश्यकता महसूस की गई।
इस नई योजना के तहत, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के 36 और सहायक मोटर वाहन निरीक्षक के 351 पद सृजित किए गए हैं। यह कदम न केवल प्रशासनिक कार्यों में तेजी लाएगा, बल्कि सड़क सुरक्षा संबंधी कार्यों को भी अधिक प्रभावी बनाएगा। मंत्री ने उम्मीद जताई कि इससे प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी।
इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सड़क सुरक्षा से जुड़ी जागरूकता अभियानों को गांव और तहसील स्तर पर आम जनता तक पहुंचाया जाए। इसके माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को अधिक जागरूक किया जाएगा।