
भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने लखनऊ में ‘जन आक्रोश पदयात्रा’ में हिंदू समुदाय की सुरक्षा पर गहरी चिंता जताई
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने ‘जन आक्रोश पदयात्रा’ में हिंदू समुदाय की सुरक्षा पर चिंता जताई।
- बांग्लादेश में हिंदू आबादी 30% से घटकर 8.5% रह गई है, और 1971 के नरसंहार में लाखों हिंदू मारे गए।
- ‘वेस्टेड प्रॉपर्टी एक्ट’ के कारण बांग्लादेश में 60% हिंदू भूमिहीन हो गए हैं।
- पाकिस्तान में हिंदू आबादी 10% से घटकर 2% और अफगानिस्तान में 1% से भी कम हो गई है।
- डॉ. सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

लखनऊ, 03 दिसम्बर 2024: मंगलवार को सरोजिनी नगर में आयोजित ‘जन आक्रोश पदयात्रा’ में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपनी भागीदारी के दौरान हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने विशेष रूप से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदू आबादी की घटती संख्या और उन पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई। डॉ. सिंह ने इसे केवल एक समुदाय का मुद्दा न मानते हुए इसे मानवता के अस्तित्व से जोड़ते हुए इस पर तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।
बांग्लादेश में हिंदू आबादी की घटती संख्या

डॉ. सिंह ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के घटते प्रतिशत पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि 1947 में बांग्लादेश में हिंदू आबादी 30% थी, जो अब घटकर सिर्फ 8.5% रह गई है। इसके अलावा, 1971 के नरसंहार में लगभग 30 लाख हिंदू मारे गए या विस्थापित हुए। बांग्लादेश में लागू भेदभावपूर्ण ‘वेस्टेड प्रॉपर्टी एक्ट’ की आलोचना करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि इस कानून के कारण 60% हिंदू भूमिहीन हो गए हैं, जो उनके लिए एक बड़ा संकट उत्पन्न कर रहा है।
भारत में भी हिंदू समुदाय को सामना करना पड़ रहा है चुनौतियों का

डॉ. सिंह ने बांग्लादेश के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू आबादी 10% से घटकर मात्र 2% रह गई है, जबकि अफगानिस्तान में यह संख्या 1% से भी कम हो गई है। भारत में भी उत्तर प्रदेश और केरल में हिंदू आबादी में कमी आई है। उत्तर प्रदेश में 1951 से 2011 तक हिंदू आबादी में 5% की कमी आई, जबकि केरल में यह कमी 14% रही। डॉ. सिंह ने इसे चिंताजनक बताते हुए कहा कि हिंदू समाज को इन असंतुलनों को समझकर उनके समाधान के लिए कदम उठाने होंगे।
हिंदू समुदाय की सुरक्षा पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान देने की आवश्यकता

डॉ. सिंह ने कहा कि हिंदू समुदाय की सुरक्षा केवल एक धार्मिक समुदाय का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह मानवता के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने आह्वान किया कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने का समय अब आ गया है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इन अत्याचारों को रोकने और भेदभावपूर्ण कानूनों को समाप्त करने के लिए एकजुट हों।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने ‘जन आक्रोश पदयात्रा’ में अपने संबोधन के दौरान हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता जताई। उनका कहना था कि यह एक ऐसा मुद्दा है जो सिर्फ एक समुदाय का नहीं, बल्कि समग्र मानवता का है। उनके विचारों ने यह संदेश दिया कि हमें इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार करते हुए कदम उठाने की जरूरत है, ताकि हिंदू समाज की सुरक्षा और अस्तित्व सुनिश्चित हो सके।