
- मेरठ में यूपी पुलिस के दरोगा राकेश सिंह के बेटे रोहन को STF ने हथियार तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया।
- रोहन के पास से 17 बंदूकें और 700 कारतूस जब्त किए गए।
- STF की जांच में सामने आया कि यह गैंग पहले AK-47 जैसे खतरनाक हथियारों की सप्लाई कर चुका है।
- रोहन ने पोस्ट ग्रेजुएशन किया था और दरोगा बनने की तैयारी भी की थी। परीक्षा में फेल होने के बाद वह ठेकेदारी करने लगा और फिर हथियार तस्करी में शामिल हो गया।
- रोहन से पूछताछ जारी है, और STF गैंग के अन्य सदस्यों और सप्लाई नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है।
मेरठ/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां यूपी पुलिस के दरोगा राकेश सिंह का बेटा रोहन हथियारों की तस्करी में शामिल पाया गया। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने उसे गिरफ्तार कर उसके पास से 17 बंदूकें और 700 कारतूस बरामद किए। यह मामला तब गंभीर हो गया जब जांच में पता चला कि यह गैंग पहले भी खतरनाक हथियार जैसे AK-47 की सप्लाई कर चुका है।
रोहन की गिरफ्तारी और बरामदगी
STF ने एक गुप्त सूचना के आधार पर रोहन को गिरफ्तार किया। उसके पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद हुए। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि रोहन हथियारों की सप्लाई का एक बड़ा नेटवर्क चला रहा था। वह अपने ग्राहकों से संपर्क करता, उनका नेटवर्क बनाता और सौदे तय होने के बाद हथियारों की सप्लाई करता था।
रोहन का बैकग्राउंड और अपराध की शुरुआत
रोहन ने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी। इसके बाद उसने दरोगा बनने की तैयारी की, लेकिन परीक्षा में असफल रहने के बाद वह ठेकेदारी करने लगा। ठेकेदारी के दौरान उसकी मुलाकात एक शातिर अपराधी और हथियार तस्कर अनिल बालियान से हुई। ज्यादा पैसा कमाने के लालच में रोहन ने हथियार तस्करी का काम शुरू कर दिया।
रोहन का काम सिर्फ हथियारों की सप्लाई तक सीमित नहीं था। वह ग्राहकों से संपर्क करने और नेटवर्क तैयार करने का काम भी खुद करता था। वह यह सुनिश्चित करता कि हथियारों की डीलिंग गुप्त रहे और किसी को शक न हो।
दरोगा पिता पर उठे सवाल
रोहन के पिता राकेश सिंह यूपी पुलिस में दरोगा के पद पर तैनात हैं। फिलहाल उनकी पोस्टिंग मथुरा में है। बेटे की इस हरकत से पुलिस विभाग की साख पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, मामले में उनके पिता का कोई सीधा जुड़ाव सामने नहीं आया है, लेकिन यह घटना परिवार और विभाग दोनों के लिए शर्मिंदगी का कारण बनी है।
STF की कार्रवाई और आगे की जांच
STF की टीम अब यह पता लगाने में जुटी है कि रोहन ने अब तक किन-किन जगहों पर हथियारों की सप्लाई की है। टीम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं। गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
हथियार तस्करी का नेटवर्क कितना बड़ा ?
रोहन की गिरफ्तारी ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि अवैध हथियारों की सप्लाई का यह नेटवर्क कितना बड़ा है। AK-47 जैसे खतरनाक हथियारों की सप्लाई होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है। रोहन ने पूछताछ में कई अहम जानकारियां दी हैं, जिनके आधार पर STF आगे की कार्रवाई कर रही है।