
- जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री राघवाचार्य जी द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन 25 दिसम्बर से 02 जनवरी तक होगा।
- कथा का शुभारंभ अजय याग्निक जी द्वारा सुंदरकाण्ड के पाठ से होगा।
- संत सम्मेलन के माध्यम से स्थानीय संतों की उपस्थिति से कथा की दिव्यता बढ़ाई जाएगी।
- प्रचार हेतु शहर भर में होर्डिंग्स लगाने का निर्णय लिया गया।
- बैठक में विभिन्न गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे और आयोजन को सफल बनाने हेतु प्रयासरत रहे।

लखनऊ: के मोती महल लान में 25 दिसम्बर से 02 जनवरी तक जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री राघवाचार्य जी द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन किया जाएगा। इस कथा के सफल आयोजन के लिए त्रिदंडी हिन्दू महासभा ने बैठक का आयोजन किया। इस बैठक की अध्यक्षता महासभा के अध्यक्ष ऋषि कुमार त्रिवेदी ने की, और इसमें माननीय अशोक बाजपेयी, पूर्व सांसद, ने भी अपनी उपस्थिति से गरिमा प्रदान की। संचालन का कार्य श्रीराम कथा के संयोजक आचार्य डॉ. सप्तर्षि मिश्र और अधिवक्ता संजीव पाण्डेय ने किया।
बैठक का उद्देश्य इस आयोजन की रूपरेखा तैयार करना और उसे भव्यता प्रदान करना था। कथा के शुभारंभ के दिन लोकविख्यात विद्वान अजय याग्निक जी सुंदरकाण्ड की व्याख्या करेंगे, जिससे कथा का वातावरण पवित्र और उत्साहपूर्ण बन सके। बैठक में क्षेत्रीय संतों और महात्माओं को आमंत्रित कर कथा की दिव्यता बढ़ाने की योजना भी बनाई गई।
प्रचार-प्रसार के लिए प्रमुख निर्णय:
- पूरे शहर में जगह-जगह होर्डिंग्स और बैनर्स लगवाकर अधिक से अधिक लोगों को इस कथा में आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया।
- एक दिन के लिए जजमान की व्यवस्था की जाएगी ताकि लोग इस आयोजन में अपनी विशेष भागीदारी निभा सकें।
- शहर के प्रमुख स्थानों पर कथा के प्रचार हेतु हिन्दू महासभा द्वारा होर्डिंग्स लगाए जाएंगे।
बैठक में महासभा के महामंत्री सिद्धार्थ दुबे, विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शैलेंद्र श्रीवास्तव, प्रचार मंत्री सुनील जी, विजयन्त निगम, नन्द किशोर गुप्ता, चन्द्रमौलि शुक्ल और संजय मिश्रा जैसे प्रमुख सदस्य उपस्थित थे। सभी सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस आयोजन में भाग लें।
मुख्य बिंदु:
- जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री राघवाचार्य जी द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन 25 दिसम्बर से 02 जनवरी तक होगा।
- कथा का शुभारंभ अजय याग्निक जी द्वारा सुंदरकाण्ड के पाठ से होगा।
- संत सम्मेलन के माध्यम से स्थानीय संतों की उपस्थिति से कथा की दिव्यता बढ़ाई जाएगी।
- प्रचार हेतु शहर भर में होर्डिंग्स लगाने का निर्णय लिया गया।
- बैठक में विभिन्न गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे और आयोजन को सफल बनाने हेतु प्रयासरत रहे।