
- अलग-अलग शिकायतों के आधार पर डीसीपी शशांक सिंह की सख्त कार्रवाई ।
- एक एडिशनल इंस्पेक्टर, तीन उपनिरीक्षक समेत कुल 11 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए।
- डीसीपी का उद्देश्य पुलिस थानों में अनुशासन, जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है।
- गोमती नगर थाने के वीट प्रभारी विरामखंड विनीत कुमार को विनीतखंड का प्रभारी बनाया गया।
- पुलिस विभाग में सुधार के लिए थाने स्तर पर सख्ती जरूरी है, ताकि जनता का भरोसा पुलिस पर बना रहे।

लखनऊ: चिनहट थाने में पुलिस कस्टडी में मोहित पांडे की मौत ने लखनऊ पुलिस पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। इस घटना के बाद, अलग-अलग शिकायतों के आधार पर लखनऊ के पूर्वी क्षेत्र के DCP शशांक सिंह ने पुलिस थानों में अनुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही को बनाए रखने के लिए कड़ी कार्रवाई की है। डीसीपी शशांक सिंह, जो ईमानदारी और तेजतर्रार नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं, ने इस मामले के बाद विभागीय सख्ती दिखाते हुए 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। इनमें एक एडिशनल इंस्पेक्टर और तीन उपनिरीक्षक भी शामिल हैं।
घटना का प्रभाव और DCP का रुख
चिनहट थाने में मोहित पांडे की मौत की घटना ने लखनऊ पुलिस में खलबली मचा दी थी। पुलिस की जिम्मेदारी पर सवाल उठने के बाद, DCP शशांक सिंह ने तुरंत एक्शन लेते हुए यह सुनिश्चित किया कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों। DCP का मानना है कि पुलिस विभाग में सुधार तभी संभव है जब थानों के स्तर पर सख्त अनुशासनात्मक उपाय अपनाए जाएं। उन्होंने कहा कि चाहे वे अपनी ओर से मॉनिटरिंग में कितनी भी मेहनत कर लें, लेकिन अगर थानों में जिम्मेदारी और जवाबदेही की भावना नहीं होगी, तो स्थाई सुधार हासिल करना मुश्किल है। इसलिए इस कार्रवाई का उद्देश्य था कि हर थाने में पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों के प्रति सजग और जवाबदेह रहें।
कार्रवाई का विवरण:
इस अनुशासनात्मक कार्रवाई में जिन 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है, उनके नाम और पद निम्नलिखित हैं:

- एडिशनल इंस्पेक्टर अमित सिंह – पीजीआई थाने से लाइन हाजिर।
- सब-इंस्पेक्टर गोविन्द ओझा – पीजीआई थाने से लाइन हाजिर।
- सब-इंस्पेक्टर हर्षित मान – कमता चौकी से लाइन हाजिर।
- सब-इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया – गोमतीनगर थाने के विनीतखंड वीट प्रभारी के रूप में लाइन हाजिर।
- हेड कांस्टेबल संदीप शर्मा – आशियाना थाने से लाइन हाजिर।
- हेड कांस्टेबल मुकीम – पीजीआई थाने से लाइन हाजिर।
- हेड कांस्टेबल अशोक शर्मा – आशियाना थाने से लाइन हाजिर।
- हेड कांस्टेबल रजनीश तिवारी – चिनहट थाने से लाइन हाजिर।
- कांस्टेबल सत्येंद्र राय – विभूतिखंड थाने से लाइन हाजिर।
- कांस्टेबल गुलाब चन्द्र – गोमतीनगर विस्तार थाने से लाइन हाजिर।
- कांस्टेबल अंजलि शर्मा – गोमतीनगर थाने से लाइन हाजिर।
इसके अलावा, विरामखंड वीट प्रभारी विनीत कुमार को उनके प्रदर्शन के आधार पर विनीतखंड का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
अनुशासन और जवाबदेही का उद्देश्य
इस कार्रवाई का उद्देश्य पुलिस विभाग में जवाबदेही और अनुशासन को बढ़ावा देना है। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने पुलिस थानों में सुधार पर बल देते हुए कहा कि अनुशासनहीनता और कार्यक्षेत्र में ढिलाई का खामियाजा विभाग और समाज दोनों को भुगतना पड़ता है। इसीलिए यह कदम उठाया गया ताकि पुलिसकर्मी अपने कार्यों के प्रति और अधिक जिम्मेदार बनें और भविष्य में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता से बचें।
समाज और विभाग के लिए संदेश
डीसीपी शशांक सिंह की इस कार्रवाई ने समाज में एक संदेश भी भेजा है कि पुलिस विभाग में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता या गलत आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए थानों में सुधार और निगरानी बढ़ाई जा रही है। डीसीपी ने कहा कि यह लखनऊ पुलिस की जिम्मेदारी है कि जनता को न्याय और सुरक्षा का भरोसा दिया जाए और यह तभी संभव है जब विभाग में पारदर्शिता और अनुशासन को बनाए रखा जाए।