
जौनपुर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतरराज्यीय असलहा तस्करी में संलिप्त शातिर अपराधी देवा प्रजापति को गिरफ्तार किया है। देवा प्रजापति पर आरोप है कि वह महाराष्ट्र के तस्करों को उत्तर प्रदेश से अवैध हथियारों की सप्लाई करता था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कई अहम खुलासे किए हैं।
मामले का पंजीकरण और प्रारंभिक जांच
थाना वसई, जिला थाणे (महाराष्ट्र) में 24 जुलाई 2024 को पंजीकृत केस संख्या 174/2024 के तहत धारा 3/25(1)(बी) आर्म्स एक्ट और 37(1)/135 महाराष्ट्र पुलिस एक्ट के अंतर्गत अवैध हथियार तस्करी का मामला दर्ज किया गया था। इस केस में गिरोह का एक अन्य सदस्य, जावेद खान, मीरा-भयंदर वसई-विरार पुलिस द्वारा पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। जावेद खान की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में यह जानकारी सामने आई थी कि उत्तर प्रदेश से देवा प्रजापति नाम का व्यक्ति महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों में असलहा तस्करी कर रहा है।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण
- नाम: देवा प्रजापति
- पिता का नाम: अजय प्रजापति
- पता: नेवादा मुफलिसपुर, थाना बदलापुर, जिला जौनपुर, उत्तर प्रदेश
- गिरफ्तारी का स्थान: उसरा बाजार के पास, थाना बदलापुर, जनपद जौनपुर
- गिरफ्तारी की तिथि: 27 अक्टूबर 2024
- बरामदगी:
- एक 9 एमएम पिस्टल
- दो जिंदा कारतूस (9 एमएम)
- एक मोबाइल फोन
गिरफ्तारी की कार्यवाही
महाराष्ट्र पुलिस की अपील पर उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा इस मामले में तेजी से कार्रवाई की गई। इसके लिए एसटीएफ वाराणसी इकाई के निरीक्षक अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। एसटीएफ को जौनपुर में विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली कि वांछित असलहा तस्कर देवा प्रजापति उसरा बाजार इलाके में मौजूद है। सूचना मिलते ही एसटीएफ और मीरा-भयंदर वसई-विरार पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके में पहुंचकर देवा प्रजापति को धर दबोचा। उसके पास से एक 9 एमएम पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया।
देवा प्रजापति का असलहा तस्करी नेटवर्क
पूछताछ के दौरान देवा प्रजापति ने बताया कि उसका एक व्यापक असलहा तस्करी नेटवर्क है। वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर के स्थानीय तस्करों के साथ मिलकर महाराष्ट्र में हथियारों की सप्लाई करता था। इस गिरोह में नीरज मौर्या, अमित निषाद और दीपक निषाद सहित अन्य लोग शामिल थे, जो जौनपुर और आस-पास के जिलों से असलहा खरीदकर महाराष्ट्र भेजते थे। देवा प्रजापति ने बताया कि वे प्रति असलहा 50-60 हजार रुपये में महाराष्ट्र के तस्करों को बेचते थे। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी कई बार मुम्बई में असलहा सप्लाई कर चुका है।
पहले से गिरोह के अन्य सदस्य गिरफ्तार
देवा प्रजापति की गिरफ्तारी से पहले, इस गिरोह के अन्य सदस्य भी महाराष्ट्र पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। इनमें गिरोह का एक महत्वपूर्ण सदस्य, जावेद खान, भी शामिल है, जिसे जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, महाराष्ट्र पुलिस ने पिछले कुछ महीनों में आठ अन्य असलहों के साथ गिरोह के पांच सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है।
अगली कार्यवाही और ट्रांजिट रिमांड
देवा प्रजापति को जौनपुर की अदालत में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड की विधिक कार्यवाही शुरू की गई है, ताकि उसे महाराष्ट्र पुलिस को सौंपा जा सके। इस मामले में एसटीएफ ने अपनी भूमिका को बखूबी निभाया और महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर एक बड़े तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।