
- प्रयागराज में महाकुंभ 2025 को भव्य, दिव्य, स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक आयोजित की।
- महाकुंभ क्षेत्र को 10 जोनों में विभाजित कर 56 थाने, 155 चौकियाँ और 744 अस्थायी सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है।
- शहर के बाहर पार्किंग स्थल और मेला क्षेत्र में ई-रिक्शा संचालन के लिए कलर कोडिंग जैसी योजनाएँ लागू की जा रही हैं।
- लगभग 1.5 लाख टॉयलेट्स, ICT आधारित सफाई मॉनिटरिंग और “हर दुकान दस्तक” अभियान के माध्यम से प्लास्टिक का उपयोग कम करने पर जोर।
- 38 मार्गों और 40 चौराहों का नवीनीकरण, 2.71 लाख पौधों का रोपण, और 15 लाख वर्गफुट में म्यूरल्स व थीमेटिक लाइटिंग से शहर को सजाया जा रहा है।

प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए व्यापक तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। यह आयोजन करोड़ों श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ने वाला और भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का महत्त्वपूर्ण अवसर है। इसके लिए प्रशासन और पुलिस विभाग, सभी प्रमुख अधिकारियों और संस्था प्रमुखों के साथ समन्वय बनाकर कार्य कर रहे हैं। महाकुंभ 2025 को सफल बनाने के लिए स्वच्छता, सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के साथ सौंदर्यीकरण के कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है।
कुंभ स्टेक होल्डर्स की बैठक: महाकुंभ 2025 के आयोजन का खाका तैयार

इस महाकुंभ की योजना और इसकी समग्र रूपरेखा के बारे में चर्चा करने के लिए हाल ही में प्रयागराज में एक उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर की अध्यक्षता में कुंभ स्टेक होल्डर्स की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में प्रयागराज पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस महानिरीक्षक प्रेम गौतम, और मेलाधिकारी विजय किरण आनंद के साथ अन्य संबंधित अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सभी ने कुंभ के दृष्टिगत विभिन्न योजनाओं को विस्तार से समझाया और महाकुंभ के लिए सुचारू व्यवस्था के निर्माण पर बल दिया।
सुरक्षा व्यवस्था: 10 जोन और सीसीटीवी निगरानी

महाकुंभ में सुरक्षा का खास ध्यान रखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को 10 जोनों में विभाजित किया गया है। हर जोन में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 56 थाने और 155 चौकियां बनाई जा रही हैं। सुरक्षा निगरानी के लिए मेला क्षेत्र के भीतर 200 स्थानों पर लगभग 744 अस्थायी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जबकि शहर में 268 स्थानों पर 1107 स्थायी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। पार्किंग स्थलों पर भी 720 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर ने बताया कि इस बार महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। आईसीटी आधारित निगरानी प्रणाली से पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षा की निगरानी की जाएगी, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सकेगी। इसके अलावा, पुलिस और सुरक्षा बलों को भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक मैनेजमेंट, और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
महाकुंभ के लिए अस्थायी और स्थायी निर्माण कार्य, यातायात और पार्किंग प्रबंधन: सुगम यातायात की योजना
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि कुंभ मेला क्षेत्र में व्यापक स्थायी निर्माण और अस्थायी नगर के लिए योजना बनाई गई है। मेला क्षेत्र को व्यापक बनाते हुए लगभग 4000 हेक्टेयर में बसाने की योजना है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए संगम नोज़ और अन्य घाटों पर अधिक से अधिक संख्या में स्नान घाटों का निर्माण किया जाएगा। झूंसी क्षेत्र में ऐरावत घाट और नागवासुकी क्षेत्र में नागवासुकी घाट पर विशेष व्यवस्था की जा रही है ताकि संगम नोज़ पर अत्यधिक भीड़ से बचा जा सके।
महाकुंभ में सुगम यातायात और पार्किंग की व्यवस्था करने के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। श्रद्धालुओं के वाहनों को शहर में अनावश्यक रूप से आने से रोकने के लिए शहर के बाहर पार्किंग स्थलों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा, मेला क्षेत्र और शहर में ई-रिक्शा के संचालन के लिए कलर कोडिंग की योजना बनाई गई है। हर ई-रिक्शा के लिए अलग-अलग जोन तय किए गए हैं, जिससे भीड़ प्रबंधन में आसानी हो सके।
पुलिस आयुक्त श्री तरुण गाबा ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए यह कदम बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने में आसानी होगी और दुर्घटनाओं की संभावना भी कम होगी।
सौंदर्यीकरण कार्य: 38 मार्गों और 40 चौराहों का नवीनीकरण
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज शहर को भव्य और दिव्य रूप में प्रस्तुत करने के लिए सौंदर्यीकरण का कार्य भी बड़े पैमाने पर हो रहा है। शहर के प्रमुख मार्गों और चौराहों को सजाने के लिए थीमेटिक लाइटिंग, म्यूरल्स, और लैंडस्केपिंग का कार्य किया जा रहा है। 38 प्रमुख मार्गों पर थीमेटिक लाइटिंग की जाएगी और 40 चौराहों का नवीनीकरण किया जाएगा। शहर के प्रवेश मार्गों पर 4 भव्य थीमेटिक गेट्स बनाए जाएंगे, जो श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे। इसके अतिरिक्त, 2842 पोल्स पर थीमेटिक लाइट्स लगाई जाएंगी, जिससे शहर की रात को और भी खूबसूरत बनाया जा सके।
साथ ही, म्यूरल्स और कलाकृतियाँ शहर के लगभग 15 लाख वर्गफुट क्षेत्र में बनाई जाएंगी, जिससे शहर की कला और संस्कृति का अनोखा स्वरूप प्रदर्शित होगा। पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से 2.71 लाख पौधों का रोपण भी किया जा रहा है। इस कार्य में ग्रीन पट्टी का विकास और मार्गों का नवीनीकरण भी शामिल है।
स्वच्छता और प्लास्टिक फ्री अभियान
महाकुंभ में स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए लगभग 1.5 लाख टॉयलेट्स और यूरिनल्स लगाए जाएंगे, जिनकी सफाई के लिए 120 टिपर्स, 40 कॉम्पैक्टर्स और 10000 सफाई कर्मियों की व्यवस्था की जाएगी। सफाई व्यवस्था के लिए आईसीटी आधारित मॉनिटरिंग प्रणाली भी लागू की जा रही है ताकि मेला क्षेत्र को स्वच्छ रखा जा सके।
शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से नगर निगम “हर दुकान दस्तक अभियान” चला रहा है, जिसके तहत अब तक 204 किलोग्राम प्लास्टिक सीज की जा चुकी है और 2000 से अधिक दुकानों पर प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए जागरूकता फैलाई गई है। इस अभियान के साथ ही “स्वच्छता ही सेवा है” के तहत लोगों को प्लास्टिक का उपयोग न करने के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर कॉइन मशीन्स लगाई गई हैं, जिससे लोग ₹10 का सिक्का डालकर कपड़े का बैग प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, विभिन्न वेडिंग जोन्स में मिट्टी के बर्तन, पत्तल, और जूट बैग्स भी विकल्प के रूप में उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि लोग प्लास्टिक के विकल्प का प्रयोग करें।
पर्यावरण संरक्षण: प्लास्टिक फ्री स्कूल अभियान
मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने जानकारी दी कि प्रयागराज में प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से स्कूलों में “प्लास्टिक फ्री अभियान” चलाया जाएगा। इसके तहत 4 लाख से अधिक बच्चों को अपने घरों में प्लास्टिक का उपयोग न करने के प्रति जागरूक किया जाएगा और प्लास्टिक मुक्त जनपद बनाने में बच्चों की सहभागिता को प्रोत्साहित किया जाएगा।
युवाओं को जोड़ा जाएगा ट्रैफिक मैनेजमेंट में
अपर पुलिस महानिदेशक ने युवाओं को ट्रैफिक मैनेजमेंट में शामिल करने की अपील की, जिसके तहत विश्वविद्यालयों के छात्रों को ट्रैफिक मैनेजमेंट और भीड़ नियंत्रण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह बच्चे महाकुंभ के दौरान पुलिस के साथ मिलकर ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन में सहयोग करेंगे।
प्रमुख सुविधाओं का विस्तार
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए फूड ज़ोन, ज्योतिर्लिंग पार्क, स्टेट पवेलियन, संस्कृति ग्राम, गंगा पंडाल, और कन्वेंशन हॉल बनाए जा रहे हैं। स्वच्छता और सुविधा के दृष्टिगत 10,000 सेनिटेशन वर्कर्स के साथ 120 टिपर्स और 40 कॉम्पैक्टर्स की व्यवस्था की जा रही है। मेला क्षेत्र में ICT आधारित सफाई व्यवस्था मॉनिटरिंग का प्रयोग किया जाएगा ताकि स्वच्छता को सुनिश्चित किया जा सके।
महाकुंभ 2025 में प्रयागराज को विश्व स्तर पर एक भव्य और दिव्य स्थल के रूप में प्रस्तुत करने के लिए तैयारियाँ तेजी से की जा रही हैं। सुरक्षा, स्वच्छता, यातायात, सौंदर्यीकरण, और प्लास्टिक मुक्त अभियान के माध्यम से प्रयागराज में होने वाला यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक बल्कि पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण होगा। सभी स्टेक होल्डर्स और जनसमुदाय का सहयोग महाकुंभ को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।