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LUCKNOW: मंडलायुक्त डॉ.रोशन जैकब की अध्यक्षता में संचारी रोग एवं दस्तक अभियान पर महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

लखनऊ, 28 सितंबर 2024: संचारी रोगों और दस्तक अभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में सयुक्त विकास आयुक्त केके सिंह, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनोज अग्रवाल समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य संचारी रोगों और जलजनित बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने और इन बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी उपायों पर चर्चा करना था।

संचारी रोग एवं दस्तक अभियान का उद्देश्य

डॉ.रोशन जैकब ने बैठक में कहा कि संचारी रोगों और दस्तक अभियान का मुख्य उद्देश्य दिमागी बुखार, डायरिया, मलेरिया, डेंगू और अन्य जलजनित रोगों की रोकथाम करना है। इसके लिए आशा कार्यकर्ता और अन्य स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। इस अभियान के तहत 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की खून की कमी की जांच की जाएगी। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें उपचार और जरूरी पोषण उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही, 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ‘ए’ का घोल दिया जाएगा।

बच्चों को मिलेगी मुफ्त जांच और उपचार सेवाएं

बैठक में यह भी चर्चा की गई कि दस्तक अभियान के तहत बच्चों को दस्त रोग, निमोनिया और जन्मजात बीमारियों से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उन्हें मुफ्त जांच, उपचार और परिवहन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस अभियान के माध्यम से गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों को त्वरित और मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

साफ-सफाई पर विशेष जोर

मंडलायुक्त ने साफ-सफाई को लेकर भी सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में संचारी रोगों का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए साफ-सफाई को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। नालियों में जमी हुई शिल्ट को तत्काल साफ किया जाए और नियमित रूप से फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव कराया जाए। उन्होंने कहा कि टूटे-फूटे नालियों की मरम्मत तत्काल कराई जाए और खाली प्लॉटों में कूड़ा न जमा होने पाए।

साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि वाटर लाइन और सीवर लाइन में किसी भी प्रकार का रिसाव न हो। रिसाव की स्थिति में इसे तुरंत ठीक किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए घरों और सार्वजनिक स्थानों पर पानी जमा न होने दें। मच्छरजनित रोगों जैसे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाना बेहद जरूरी है।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान

ग्रामीण इलाकों में वेक्टर जनित रोगों और जलजनित बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए। मंडलायुक्त ने कहा कि उथले हैंडपंपों को लाल रंग से चिन्हित किया जाए और इंडिया मार्क हैंडपंपों और प्लेटफार्मों की मरम्मत को प्राथमिकता दी जाए।

मच्छर नियंत्रण और हाई-रिस्क एरिया की निगरानी

बैठक में मच्छरों के प्रजनन और घनत्व की सतत निगरानी के लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए। मंडलायुक्त ने कहा कि हाई-रिस्क एरिया में अंतर विभागीय सहयोग के साथ सघन मच्छर नियंत्रण गतिविधियां चलाई जाएं। घरों के अंदर मच्छरों के प्रजनन के अनुकूल स्थितियों की जांच की जाए और इसे प्राथमिकता पर किया जाए। आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर लोगों को मच्छरों से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जाए।

संचारी रोगों से बचाव के उपाय

मंडलायुक्त ने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने आस-पास सफाई रखें। बच्चों को खाना खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोने की आदत डालें। इसके अलावा, घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह मच्छरों के प्रजनन का कारण बनता है। नियमित फॉगिंग और साफ-सफाई से मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को रोका जा सकता है।

इस बैठक के जरिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में संचारी रोगों की रोकथाम और सफाई व्यवस्था को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए। मंडलायुक्त ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी अधिकारियों से पूरी तत्परता और समर्पण के साथ कार्य करने का आह्वान किया।

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