
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हुसैनाबाद स्थित बड़े इमामबाड़ा (आसिफी इमामबाड़ा) से लगातार अश्लील डांस वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिससे शिया मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है। इस मामले में कई बार शिकायतें किए जाने के बावजूद हुसैनाबाद ट्रस्ट के जिम्मेदार अधिकारियों की तरफ से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अली जैदी ने इस मुद्दे पर गंभीर नाराजगी जताते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। उन्होंने मांग की है कि यदि हुसैनाबाद ट्रस्ट इमामबाड़ा की पवित्रता और इज्जत की रक्षा नहीं कर सकता, तो उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि ट्रस्ट को अपनी जिम्मेदारी निभाने में असमर्थता के चलते मरहूम बादशाह अवध, मोहम्मद अली शाह की वसीयत के अनुसार इसके प्रबंधन को कानूनी रास्ते से हस्तांतरित किया जाना चाहिए।
शिया मुसलमानों की भावनाएं हो रहीं आहत
अली जैदी ने कहा कि इमामबाड़ा शिया मुसलमानों के लिए न केवल एक इबादतगाह है, बल्कि उनकी धार्मिक आस्था और भावनाओं का प्रतीक है। सोशल मीडिया पर बड़े इमामबाड़ा के परिसर से लगातार आ रहे अश्लील वीडियो न केवल इस इबादतगाह की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रहे हैं, बल्कि इससे पूरी दुनिया में शिया समुदाय की भावनाएं भी आहत हो रही हैं।
हुसैनाबाद ट्रस्ट की नाकामी
शिकायतों के बावजूद हुसैनाबाद ट्रस्ट द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न होने पर अली जैदी ने ट्रस्ट की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि ट्रस्ट इमामबाड़ा की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करने में सक्षम नहीं है, तो इसे इस जिम्मेदारी से तुरंत मुक्त कर देना चाहिए। अली जैदी ने कहा, “हुसैनाबाद ट्रस्ट के जिम्मेदारों की नींद नहीं टूट रही है। अगर वे इस्मत की रखवाली नहीं कर सकते हैं, तो उन्हें इसका प्रबंधन सौंपने और तनख्वाह लेने का कोई हक नहीं है।”
साजिश की आशंका
अली जैदी ने इस घटना को महज अश्लील वीडियो के प्रसार से अधिक गंभीर मानते हुए इसे किसी बड़ी साजिश का हिस्सा होने की संभावना जताई है। उन्होंने कहा कि इमामबाड़ा परिसर में शाही मस्जिद आसिफी भी स्थित है, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। उन्होंने गृह विभाग से इस मामले में गहराई से जांच करने की मांग की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह असामाजिक तत्वों द्वारा कोई सुनियोजित साजिश तो नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उम्मीद
अली जैदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं एक धर्मगुरु हैं और धार्मिक स्थलों के संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करेंगे।
अली जैदी ने योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा, “आज उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त और न्याय की धरती बनाने का श्रेय केवल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। हमें विश्वास है कि वे इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाएंगे और धार्मिक स्थलों की पवित्रता की रक्षा करेंगे।”
बड़े इमामबाड़ा से जुड़े इस विवाद ने लखनऊ के धार्मिक और सांस्कृतिक परिवेश में एक गंभीर मुद्दा खड़ा कर दिया है। शिया समुदाय की आस्था और पवित्रता से जुड़े इस स्थल को लेकर उठ रही चिंताओं को देखते हुए अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि हुसैनाबाद ट्रस्ट और उत्तर प्रदेश सरकार किस तरह से इस मामले को संभालते हैं।