
उत्तर प्रदेश देश का पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक राज्य बना

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने हाल ही में मुंबई में आयोजित व्यापार बोर्ड की बैठक में उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक निर्यात प्रगति को रेखांकित किया। मंत्री नन्दी ने बताया कि 2017-18 में उत्तर प्रदेश का निर्यात 88 हजार करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में बढ़कर 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया। निर्यात में यह वृद्धि न केवल अभूतपूर्व है, बल्कि इसे राज्य के आर्थिक विकास के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
उद्योगों के लिए उपयुक्त वातावरण

उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख निर्यातक राज्य के रूप में उभरने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं। राज्य में उद्योगों के लिए पर्याप्त मात्रा में रॉ मैटेरियल, मानव संसाधन और खपत के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध है। नन्दी ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश के निर्यात को 2030 तक 3 लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस दिशा में ठोस रणनीति और प्रभावी नीतियों के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं।
बढ़ते निर्यात के साथ बुनियादी ढांचे का विकास

उत्तर प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे ने भी निर्यात की संभावनाओं को व्यापक रूप दिया है। जहाँ 2017 से पहले राज्य में केवल 2 एयरपोर्ट संचालित थे, वहीं आज 9 एयरपोर्ट ऑपरेशनल हैं, 8 एयरपोर्ट बनकर तैयार हो रहे हैं और 4 नए एयरपोर्ट पर तेजी से काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश आने वाले समय में 21 एयरपोर्ट और 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ देश का पहला राज्य बन जाएगा। इसके अलावा, देश के कुल एक्सप्रेसवे का 37.7 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश में स्थित है, जो कि गंगा एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा।
डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट हब योजना और रोजगार के अवसर
निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य में डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट हब योजना के अंतर्गत सभी 75 जनपदों में जिला निर्यात प्रोत्साहन समितियों का गठन किया गया है। इसके साथ ही, कानपुर में 5850 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे मेगा लेदर पार्क से लेदर एक्सपोर्ट को बूस्ट मिलेगा और 50 हजार लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
इंटरनेशनल ट्रेड शो और वैश्विक निर्यात में वृद्धि
उत्तर प्रदेश सरकार ने स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने के लिए इंटरनेशनल ट्रेड शो 2023 का आयोजन किया। इस आयोजन के पहले संस्करण में 3 लाख से अधिक फुटफॉल और 70 हजार से अधिक बायर्स ने भाग लिया। इस सफलता को देखते हुए, सरकार ने इसे हर वर्ष आयोजित करने का निर्णय लिया है। आगामी इंटरनेशनल ट्रेड शो का दूसरा संस्करण 25 से 29 सितंबर के बीच प्रस्तावित है।
विनिर्माण और निर्यात के क्षेत्र में सुधार
राज्य में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रेगुलेटरी बर्डन को कम करने और ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित करने के लिए सुधार किए गए हैं। 2019 में जहां उत्तर प्रदेश से 202 देशों को निर्यात किया जा रहा था, वहीं वर्तमान में 215 से अधिक देशों को 163 से अधिक उत्पादों का निर्यात हो रहा है, जिनमें यूएसए, यूके, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, और इटली शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश का आर्थिक भविष्य
उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य राज्य को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल आर्थिक विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, बल्कि राज्य को देश के प्रमुख एक्सपोर्ट हब के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रिफार्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ के सिद्धांत पर चलते हुए उत्तर प्रदेश, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना सर्वोत्तम योगदान देने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
इस प्रकार उत्तर प्रदेश, निर्यात के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि के साथ भारत का एक प्रमुख आर्थिक केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में चल रही औद्योगिक परियोजनाएं और निर्यात नीतियों में सुधार इसे देश के अग्रणी निर्यातक राज्यों में से एक बना रहे हैं।