
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने जौनपुर जिले से 25,000 रुपये के इनामी और शातिर अपराधी मोनू यादव को गिरफ्तार किया है। मोनू यादव पर हत्या का प्रयास, रंगदारी, और अवैध हथियार रखने समेत कई गंभीर अपराधों के आरोप हैं। यह गिरफ्तारी जौनपुर जिले के थाना खुटहन क्षेत्र के पिलकिछा चौराहे पर हुई। एसटीएफ की इस उल्लेखनीय सफलता से अपराधियों में खलबली मच गई है।
मोनू यादव की गिरफ्तारी: एक विस्तृत विवरण
दिनांक 12-09-2024 को एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को सूचना मिली थी कि जौनपुर के थाना खुटहन में पंजीकृत मुकदमा संख्या 30/2024, धारा 307, 386, 504, 506 भादवि में वांछित 25,000 रुपये का इनामी अपराधी मोनू यादव पिलकिछा चौराहे के पास मौजूद है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की वाराणसी फील्ड इकाई ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण

नाम: मोनू यादव
पिता का नाम: समरनाथ यादव
निवासी: डडवा खालिसपुर, थाना बदलापुर, जनपद जौनपुर
गिरफ्तारी का स्थान: पिलकिछा चौराहा, थानाक्षेत्र खुटहन, जनपद जौनपुर
गिरफ्तारी की तारीख: 12-09-2024
समय: सुबह 05:30 बजे
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि और कार्रवाई
एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को पिछले कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि फरार और इनामी अपराधी सक्रिय होकर अपराध कर रहे हैं। एसटीएफ की विभिन्न इकाइयों और टीमों को इन अपराधियों की जानकारी जुटाने और कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक श्री अनिल कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ जौनपुर जिले में सक्रिय अभिसूचना संकलन की।
इसी अभिसूचना के दौरान, एसटीएफ को विश्वस्त सूत्र से सूचना मिली कि मोनू यादव, जो कि जौनपुर के थाना खुटहन में पंजीकृत मुकदमे में वांछित था, पिलकिछा चौराहे के पास मौजूद है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मोनू यादव को गिरफ्तार कर लिया।
मोनू यादव के खिलाफ मामले और अपराध
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान मोनू यादव ने बताया कि उसने 01-02-2024 को अपने साथी अंकित उर्फ आकाश के साथ मिलकर जौनपुर के थाना खुटहन क्षेत्र में लालबहादुर सोनी के हार्डवेयर की दुकान पर फायरिंग की थी। इस फायरिंग में लालबहादुर सोनी बुरी तरह घायल हो गए थे। घटना के बाद से मोनू यादव फरार चल रहा था और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। मोनू यादव का अपराध करने का तरीका बेहद शातिराना था और वह अपने साथी अंकित उर्फ आकाश के साथ मिलकर अपराध को अंजाम देता था।
मोनू यादव के खिलाफ पंजीकृत अपराध
मोनू यादव के खिलाफ जौनपुर और सुलतानपुर जिलों में कई संगीन मामले दर्ज हैं। कुछ प्रमुख अपराध इस प्रकार हैं:
- मु0अ0सं0 66/22 – धारा 392, 411 भादवि, थाना बदलापुर, जौनपुर
- मु0अ0सं0 124/22 – धारा 307 भादवि, थाना बदलापुर, जौनपुर
- मु0अ0सं0 127/22 – धारा 3/25 आर्म्स एक्ट, थाना बदलापुर, जौनपुर
- मु0अ0सं0 59/22 – धारा 387, 452, 504, 506 भादवि, थाना बदलापुर, जौनपुर
- मु0अ0सं0 48/22 – धारा 323, 325, 504, 506 भादवि, थाना बदलापुर, जौनपुर
- मु0अ0सं0 108/22 – धारा 147, 323, 427, 452, 504, 506 भादवि, थाना बदलापुर, जौनपुर
- मु0अ0सं0 56/23 – धारा 379, 411 भादवि, थाना मछलीशहर, जौनपुर
- मु0अ0सं0 56/23 – धारा 379, 411 भादवि, थाना करौदीकला, सुलतानपुर
- मु0अ0सं0 57/23 – धारा 307 भादवि, थाना करौदीकला, सुलतानपुर
- मु0अ0सं0 49/23 – धारा 394, 411 भादवि, थाना करौदीकला, सुलतानपुर
एसटीएफ की कार्रवाई: एक बड़ी सफलता
एसटीएफ, उत्तर प्रदेश की टीम ने अपने सूझ-बूझ और सतर्कता के साथ मोनू यादव को गिरफ्तार किया, जोकि एक बड़ी उपलब्धि है। इस गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून के लंबे हाथ से कोई भी अपराधी बच नहीं सकता। एसटीएफ की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एसटीएफ के अभियान का महत्व
उत्तर प्रदेश की एसटीएफ हमेशा से ही गंभीर अपराधियों और फरार चल रहे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए जानी जाती है। एसटीएफ की सतर्कता और कुशलता ने राज्य में अपराध की दर को कम करने में अहम योगदान दिया है। मोनू यादव जैसे शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी एसटीएफ के इसी प्रयास का हिस्सा है। गिरफ्तार अभियुक्त मोनू यादव को अब स्थानीय पुलिस द्वारा विधिक प्रक्रिया के तहत अदालत में पेश किया जाएगा। उसकी गिरफ्तारी से जुड़े अन्य मामलों की जांच भी जारी है, और पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि मोनू यादव के खिलाफ सारे सबूत अदालत में पेश किए जाएं ताकि उसे उसके अपराधों की सजा मिल सके
कानून व्यवस्था में एसटीएफ की भूमिका
उत्तर प्रदेश की एसटीएफ अपराधियों की धरपकड़ और राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए निरंतर काम कर रही है। एसटीएफ की तत्परता और सक्रियता अपराधियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि अपराध का कोई भी प्रयास उन्हें कानून के शिकंजे से नहीं बचा सकता। मोनू यादव की गिरफ्तारी एसटीएफ उत्तर प्रदेश की एक बड़ी उपलब्धि है। इस कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि कानून के सामने कोई भी अपराधी ज्यादा समय तक नहीं टिक सकता। एसटीएफ की इस सफलता ने न केवल जौनपुर जिले में बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में अपराधियों के मनोबल को कमजोर किया है। मोनू यादव जैसे अपराधियों की गिरफ्तारी राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत बनाएगी।
एसटीएफ की यह कार्रवाई अपराधियों को यह चेतावनी देती है कि कानून के लंबे हाथ से कोई भी अपराधी नहीं बच सकता। एसटीएफ, उत्तर प्रदेश की टीम को इस साहसिक और महत्वपूर्ण कार्रवाई के लिए बधाई।