
लखनऊ/मथुरा: राधा अष्टमी के पावन अवसर पर ब्रज की महारानी राधा रानी के जन्मोत्सव को भव्य और दिव्य रूप में मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इस साल, जन्मोत्सव के विशेष आयोजन के तहत हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को एक अद्वितीय और भक्ति-पूर्ण अनुभव प्राप्त होगा।
रोप-वे से मंदिर तक दर्शन
श्रद्धालु राधा अष्टमी के दिन रोप-वे के माध्यम से मंदिर तक पहुंच सकेंगे। सरकार द्वारा इस वर्ष के आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। मथुरा और आगरा में भी जन्मोत्सव को भव्य तरीके से मनाया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को अत्यधिक आनंद प्राप्त होगा।
मंदिर में वन वे व्यवस्था
राधा अष्टमी के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर में वन वे व्यवस्था की जाएगी। इससे दर्शनार्थियों को बिना किसी रुकावट के दर्शन का अवसर मिलेगा। मेला क्षेत्र में 48 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं और 86 बैरियर लगाए गए हैं, जिससे भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
सीसीटीवी और सुरक्षा व्यवस्थाएं
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनज़र मेला क्षेत्र में 52 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे भीड़ और सुरक्षा की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया भी बनाए गए हैं। स्टेटिक सेट और स्पीकर की व्यवस्था के माध्यम से सूचना का प्रसार किया जाएगा।
भव्य महाभिषेक
राधा रानी का महाभिषेक 11 सितंबर को ब्रह्म मुहूर्त में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे और राधा रानी की महिमा का गुणगान करेंगे। इस प्रकार राधा अष्टमी का यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि इसे भव्य और दिव्य बनाने के लिए किए गए विशेष प्रयासों से श्रद्धालुओं को एक अद्वितीय अनुभव प्राप्त होगा। इस अवसर पर आने वाले श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर राधा रानी की आराधना करेंगे और जन्मोत्सव के अद्वितीय दृश्यों का आनंद लेंगे।