मानसून अपने साथ हरियाली, ठंडी हवाएं और ताजगी को लेकर आता है। बारिश की बूंदे पहाड़ों और जंगलों की खूबसूरती को अधिक बढ़ा देती है। ऐसे मौसमों में जंगलों या फिर पहाड़ों में कैंपिग का अनुभव काफी रोमांचक हो सकता है। लेकिन बारिश के मौसम में रात गुजारने का खतरा उतना ही बड़ा होता है। खासकर तब जब आप बिना किसी तैयारी के निकलते हैं। बारिश के मौसम में अगर आप भी प्रकृति के करीब रहने के लिए कैंपिंग की योजना बना रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपके साथ मानसून कैंपिंग ट्रिप के कुछ जरूरी टिप्स शेयर करने जा रहे हैं, जिनको फॉलो करके आप भी अपनी कैंपिंग ट्रिप को बेहतरीन बना सकते हैं।
वॉटरप्रूफ टेंट
साधारण क्वालिटी वाले टेंट मानसून में बेकार साबित हो सकता है। इसलिए कैंपिंग पर जाने से पहले अच्छी क्वालिटी वाला वॉटरप्रूफ टेंट का चुनाव करें। जिससे बारिश से आपका बचाव हो सके और ध्यान रखें कि टेंट का कवर और जिप मजबूत हो।
नीची जगह या ढलान वाली जगह का चुनाव न करें
ध्यान रखना चाहिए कि आप कैंपिंग के लिए किसी नीची जगह या ढलान वाली जगहों का चयन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इन स्थानों पर टेंट लगाने से पानी भरने का खतरा रहता है। इसलिए कैंपिंग ट्रिप पर हमेशा जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर समतल और सूखी जगह का चुनाव करना चाहिए।
सूखा बैग और रेनकोट
अपना पावर बैंक, मोबाइल, कपड़े और जरूरी सामान के लिए एक ड्राय बैग साथ में जरूर रखना चाहिए। आपको इस दौरान वॉटरप्रूफ बैग साथ में ले जाना चाहिए। जिससे कि बारिश होने पर आपका सामान न भीगे। वहीं एक हल्का रेनकोट और वॉटरप्रूफ जैकेट अपने साथ रखना न भूलें।
फास्ट-ड्राई फैब्रिक पहनें
बारिश होने पर कॉटन भीग सकता है। इसलिए कैंपिंग के दौरान ऐसे फैब्रिक का चयन करना चाहिए, जोकि गीले होने पर जल्दी सूख भी जाएं। इसके लिए आप पॉलिएस्टर या नायलॉन जैसे फास्ट ड्राई फैब्रिक का चुनाव कर सकती हैं। जिससे कि अगर आप बारिश में भीग भी जाएं, तो आपका शरीर जल्दी सूख जाए।
आग और खाने की सुरक्षा
मानसून में कैंप फायर थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसके लिए आप ड्राय वुड और वाटरप्रूफ लाइटर अपने साथ जरूर रखें। साथ ही खाने का सामान एयरटाइट पैकिंग में रखना चाहिए। जिससे कि नमी से इसका बचाव हो सके।