संसद के मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकसभा में अमेरिका के 50 परसेंट टैरिफ लगाए जाने के प्रभाव से जुड़े एक सवाल पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से लगाया गया 50 प्रतिशत टैरिफ भारत के करीब 48.2 अरब डॉलर (2024 के ट्रेड वैल्यू के आधार पर) की कीमत के सामानों के निर्यात पर लागू होगा.
केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में दिए लिखित जवाब में कहा, “सरकार देश के राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने और आगे बढ़ाने के साथ किसानों, मजदूरों, व्यवसायियों, निर्यातकों, MSME और उद्योग के सभी वर्गों के कल्याण की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि टैरिफ के कारण व्यापार पर पड़ने वाले असर को कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, जिनमें उपयुक्त एक्सपोर्ट प्रोमोशन और ट्रेड डाइवर्सिफिकेशन के उपाय शामिल हैं.
रूस से तेल आयात पर टैरिफ की वजह
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से निर्यात होने वाले सामानों पर अतिरिक्त 25 परसेंट टैरिफ लगाया था. व्हाइट हाउस ने इसके पीछे तर्क दिया था कि भारत रूस से लगातार तेल और प्राकृतिक गैस का आयात कर रहा है, जिससे यूक्रेन युद्ध के बीच मॉस्को को राजस्व मिल रहा है.
इस आदेश के तहत भारत पर पहले से लागू 25 परसेंट टैरिफ के अलावा और अतिरिक्त 25 परसेंट टैरिफ जोड़ा गया. इसके बाद भारत के कुछ छोटे सामानों को छोड़कर अन्य सभी निर्यातित वस्तुओं पर 50 परसेंट टैरिफ लागू हो जाएगा.