
- सरोजनीनगर में “आपका विधायक – आपके द्वार” पहल की 134वीं कड़ी पुराहीखेड़ा गाँव में आयोजित हुई।
- 50 से अधिक बुज़ुर्गों की आँखों की जाँच कर चश्मे दिए गए और 20 वरिष्ठ नागरिकों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।
- महिलाओं के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाया गया।
- युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बॉयज और गर्ल्स यूथ क्लब बनाए गए और खेल सामग्री वितरित की गई।
- मेधावी छात्रों को साइकिल, घड़ी और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया, साथ ही ताराशक्ति नि:शुल्क रसोई का आयोजन हुआ।

लखनऊ। सरोजनीनगर विधानसभा में जनसमस्याओं को सीधे जनता के दरवाज़े पर सुनने और हल करने के उद्देश्य से शुरू हुई “आपका विधायक – आपके द्वार” पहल रविवार को अपनी 134वीं कड़ी तक पहुँच गई। खांडेदेव के पुराहीखेड़ा गाँव में आयोजित इस शिविर ने एक बार फिर यह साबित किया कि विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की राजनीति का मूल मंत्र सत्ता नहीं, बल्कि सेवा और विकास है।
बुज़ुर्गों के लिए स्वास्थ्य और सम्मान

गाँव के बुज़ुर्गों के लिए नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन हुआ। इसमें 50 से अधिक वृद्धजनों की आँखों की जाँच की गई और उन्हें नए चश्मे प्रदान किए गए। यह केवल स्वास्थ्य सुविधा ही नहीं, बल्कि बुज़ुर्गों के आत्मविश्वास को लौटाने का प्रयास था। इसी के साथ 20 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान अनुभव और परंपरा की उस धरोहर का प्रतीक है जो समाज की जड़ों को मज़बूत करती है।
मातृशक्ति के स्वास्थ्य की प्राथमिकता
डॉ. राजेश्वर सिंह ने मातृशक्ति को केंद्र में रखते हुए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनीता सिंह के सहयोग से महिलाओं का गायनकोलॉजिकल हेल्थ चेकअप शिविर आयोजित कराया। इस पहल ने ग्रामीण महिलाओं को न केवल स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि उनकी समस्याएँ भी विधायक की प्राथमिकता में शामिल हैं।
युवाओं को खेलों के माध्यम से सशक्त करना
युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देने के लिए 144वाँ और 145वाँ बॉयज यूथ क्लब तथा 84वाँ गर्ल्स यूथ क्लब गठित किए गए। इन क्लबों को वॉलीबॉल, फुटबॉल, बास्केटबॉल, क्रिकेट और कैरम जैसी खेल सामग्रियाँ दी गईं। डॉ. सिंह का मानना है कि खेल अनुशासन, टीम स्पिरिट और आत्मविश्वास का निर्माण करते हैं। यही कारण है कि सरोजनीनगर में खेल संस्कृति को गाँव-गाँव तक फैलाने का प्रयास हो रहा है।
मेधावी छात्रों का सम्मान और प्रेरणा
शिविर में शिक्षा क्षेत्र पर भी विशेष ध्यान दिया गया। गाँव के मेधावी छात्र-छात्राओं – दिव्या यादव (78%), अंशु पाठक (72%), अभितेंद्र सिंह यादव (75%), काजल पटेल (73%) को साइकिल, घड़ी और प्रशस्तिपत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इस सम्मान से ग्रामीण बच्चों को नई प्रेरणा मिली और उनके परिवारों में उत्साह का माहौल बना। डॉ. सिंह ने कहा कि “ज्ञान की रोशनी ही गाँव की असली संपदा है और मेधावी छात्र ही भविष्य के नेता और समाज निर्माता हैं।”
ताराशक्ति रसोई – सेवा का जीवंत उदाहरण
शिविर में “ताराशक्ति नि:शुल्क रसोई” का विशेष आकर्षण रहा। यहाँ हर ग्रामीण को ताज़ा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया गया। यह पहल केवल भोजन परोसने तक सीमित नहीं रही, बल्कि “सेवा ही संस्कृति” का संदेश भी गाँव-गाँव तक पहुँचाया। ग्रामीणों ने इसे विधायक की मानवीय संवेदनशीलता का सबसे बड़ा उदाहरण बताया।
डॉ. राजेश्वर सिंह का विकास दृष्टिकोण
अपने संबोधन में डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा –
“बुज़ुर्गों की मुस्कान, मातृशक्ति का स्वास्थ्य, युवाओं का आत्मविश्वास और मेधावियों का उज्ज्वल भविष्य – यही मेरे सरोजनीनगर का सपना है। जनता की समस्याओं का समाधान उनके द्वार पर हो, यही मेरा संकल्प है और यही मेरी राजनीति का उद्देश्य है।”
सामूहिक सहयोग से बनी सफलता
इस शिविर की सफलता में सभासद जमुना देवी, संतोष, अनिल कुमार सिंह, बूथ अध्यक्ष गंगा, मनीषा पाठक, सीमा अस्थाना और गाँव के अन्य नागरिकों का विशेष सहयोग रहा। सामूहिक प्रयासों ने इस आयोजन को और प्रभावशाली बनाया और सरोजनीनगर को सेवा आधारित राजनीति का आदर्श मॉडल प्रस्तुत किया।