
- महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा।
- इस बार कुंभ के क्षेत्रफल में बढ़ोतरी, 4000 हेक्टेयर होगा।
- 35-40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
- स्वच्छता और डिजिटल कुंभ की सुविधाएं श्रद्धालुओं को मिलेंगी।
- 1.60 लाख टेंट, 67000 एलईडी स्ट्रीट लाइट और 2000 सोलर लाइट्स की व्यवस्था होगी।

लखनऊ, 26 नवंबर 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक मीडिया समूह के कार्यक्रम में शामिल होकर आगामी महाकुंभ-2025 की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार महाकुंभ में न केवल स्वच्छता का ध्यान रखा जाएगा, बल्कि डिजिटल कुंभ की सुविधाएं भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध होंगी। सीएम योगी ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं भी दी और कहा कि भारत का संविधान संवाद पर आधारित है, और संवाद के माध्यम से हम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

सीएम ने महाकुंभ-2025 के आयोजन को लेकर सरकार की तैयारियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कुंभ के क्षेत्रफल में भी बढ़ोतरी की गई है। इस बार कुंभ क्षेत्र 4000 हेक्टेयर में फैला होगा, जो कि 2019 के कुंभ से कहीं अधिक है। इसके अलावा, सुरक्षा, पार्किंग और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं।
महाकुंभ-2025 के प्रमुख आयोजन और तारीखें
सीएम ने महाकुंभ-2025 के आयोजन की तारीखों की भी घोषणा की। यह आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा, जिसमें कई महत्वपूर्ण स्नान तिथियां जैसे मकर संक्रांति (14 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी), और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) शामिल हैं। इस दौरान 35-40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई गई है।
स्वच्छता और डिजिटल सुविधाएं
सीएम योगी ने यह भी बताया कि इस बार कुंभ में स्वच्छता और डिजिटल तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा। 2019 के कुंभ में 1.14 लाख शौचालयों की व्यवस्था की गई थी, जबकि इस बार महाकुंभ में डेढ़ लाख शौचालयों का इंतजाम होगा। इसके साथ ही, डिजिटल पार्किंग, स्वच्छता और सुरक्षा की सुविधाओं का भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विस्तार किया जाएगा।
सड़क और परिवहन सुविधाएं
कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सड़क और परिवहन सुविधाओं को भी मजबूती दी जा रही है। 14 नए रोड ओवरब्रिज और 9 नए पक्के स्नान घाटों का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसके अलावा, 550 शटल बसों और 7 नए बस स्टैंडों की व्यवस्था भी की जा रही है। वायु, रेल और सड़क मार्ग से प्रयागराज का संपर्क और भी मजबूत किया जा रहा है।
आधुनिक और पर्यावरणीय संवेदनशीलता
महाकुंभ में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को भी प्रमुखता दी जाएगी। इस बार 1.60 लाख टेंट की व्यवस्था की जाएगी और कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। साथ ही, 67000 एलईडी स्ट्रीट लाइट, 2000 सोलर हाइब्रिड स्ट्रीट लाइट और नए विद्युत सब स्टेशन भी लगाए जा रहे हैं।