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सीएम योगी के दृढ़ संकल्प की नजीर है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, अब लखनऊ से गोरखपुर की दूरी होगी मात्र साढ़े तीन घंटे की

सीएम योगी के दृढ़ संकल्प की नजीर है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे
  • गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का 98 प्रतिशत कार्य पूरा, वाहनों का आवागमन शुरू।
  • 91.35 किमी लंबा एक्सप्रेसवे 7283.28 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है।
  • इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण से कृषि, वाणिज्य, पर्यटन और उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा।
  • एक्सप्रेसवे से संबंधित क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी।

    गोरखपुर, 26 दिसंबर 2024: जहां सामान्य सड़क बनाना भी चुनौतीपूर्ण था, वहां योगी सरकार ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण करके एक मिसाल कायम की है। यह एक्सप्रेसवे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दृढ़ संकल्प का प्रतीक बन चुका है, जो प्रदेश के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को नया आकार दे रहा है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण गोरखपुर से लेकर आजमगढ़ के बीच किया गया है और इसके उद्घाटन के लिए नए साल में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, लखनऊ, आगरा और दिल्ली के बीच यातायात को सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी।

    गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का अब तक 98 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, और वाहनों का आवागमन भी शुरू हो चुका है। एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किमी है और इसकी अनुमानित लागत 7283.28 करोड़ रुपये है, जिसमें भूमि अधिग्रहण पर व्यय शामिल है। गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ जैसे जिलों को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रियों को तेज और सुगम यात्रा अनुभव देगा, बल्कि संबंधित क्षेत्रों के सामाजिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा।

    चुनौतियों के बावजूद निर्माण में सफलता

    गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण अत्यंत चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि गोरखपुर में अधिकांश क्षेत्र लो लैंड है, जहां सामान्य सड़कें भी हर साल क्षतिग्रस्त हो जाती थीं। इस क्षेत्र में मिट्टी भराई का कार्य करना एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन, सीएम योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देशों पर प्रशासन ने इस चुनौती को सफलतापूर्वक पूरा किया। अब, जबकि अधिकांश काम पूरा हो चुका है, अधिकारियों का उत्साह साफ दिखाई दे रहा है, क्योंकि इस परियोजना ने न केवल तकनीकी चुनौतियों को पार किया है, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

    सुगम यातायात और विकास का रास्ता

    गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन होने के बाद, गोरखपुर से लखनऊ तक यात्रा में महज साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा, जो पहले की तुलना में काफी कम है। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, आगरा, और अन्य प्रमुख शहरों से भी जुड़ जाएगा, जिससे लंबी दूरी की यात्रा को सुगम बनाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, इस एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी से वाहनों की ईंधन खपत में बचत, समय की बचत, और पर्यावरणीय प्रदूषण में कमी भी संभव होगी।

    इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के रूप में विकास

    गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के साथ एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण भी हो रहा है, जो कृषि, वाणिज्य, पर्यटन, और उद्योगों की आय को बढ़ावा देगा। यह कॉरिडोर प्रदेश के विभिन्न उत्पादन इकाइयों, विकास केंद्रों और कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने में सहायक होगा। इस एक्सप्रेसवे से जुड़ी कनेक्टिविटी इन क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विकास का रास्ता खोलने के साथ ही प्रदेश के लिए एक नया आर्थिक अवसर उत्पन्न करेगी।

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