
- एसटीएफ ने बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में शूटर शिवा को बहराइच से पकड़ा।
- शिवा नेपाल भागने की तैयारी में था, एसटीएफ ने दबोचा।
- हत्या के लिए शिवा को दस लाख का वादा किया गया था।
- साजिश का मास्टरमाइंड लॉरेन्स बिश्नोई था।
- गिरफ्तार आरोपियों को आगे की कार्रवाई के लिए थाने भेजा गया।

लखनऊ: स्पेशल टास्क फोर्स (STF), उत्तर प्रदेश को मुम्बई के चर्चित बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बड़ी सफलता मिली है। मुम्बई पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर एसटीएफ ने लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के मुख्य शूटर शिव कुमार उर्फ ‘शिवा’ को उसके चार साथियों सहित बहराइच के नानपारा इलाके से गिरफ्तार कर लिया। शिवा पर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और सलमान खान के करीबी बाबा सिद्दीकी की हत्या का आरोप है।
मामले का संक्षिप्त विवरण
दिनांक 12 अक्टूबर 2024 की रात को महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री जियाउद्दीन अब्दुल रहीम सिद्दीकी उर्फ बाबा सिद्दीकी की हत्या उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के खेरनगर स्थित कार्यालय के बाहर की गई थी। इस घटना में शामिल तीन शूटरों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिससे बाबा सिद्दीकी की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस मामले में मुं.अ.सं. 589/2024 के तहत विभिन्न धाराओं में केस पंजीकृत किया गया था।
इस हत्याकांड में पहले दो शूटरों – धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका था, जबकि मुख्य शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा फरार था। मुंबई पुलिस द्वारा इस फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश एसटीएफ से सहयोग मांगा गया था। इसके बाद एसटीएफ ने डीएसपी प्रमेश कुमार शुक्ला के निर्देशन में गुप्त सूचना और जांच का कार्य शुरू किया।
गिरफ्तारी का स्थान और समय
एसटीएफ और मुम्बई क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने 10 नवंबर 2024 को शाम 6 बजे बहराइच के नानपारा थाना क्षेत्र के हाराबहसरी नहर पुलिया के पास से शिव कुमार और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय सभी अभियुक्त नेपाल भागने की योजना बना रहे थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
1. शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा: (मुख्य शूटर) पुत्र बाल किशुन गौतम, निवासी ग्राम गण्डारा, थाना कैसरगंज, जनपद बहराइच।
2. अनुराग कश्यप: पुत्र राधे राम कश्यप, निवासी ग्राम गण्डारा, थाना कैसरगंज, जनपद बहराइच। (शूटर धर्मराज कश्यप का भाई व आश्रयदाता)
3. ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी: पुत्र प्रदीप कुमार, निवासी ग्राम गण्डारा, थाना कैसरगंज, जनपद बहराइच। (आश्रयदाता)
4. आकाश श्रीवास्तव: पुत्र बृज कुमार, निवासी ग्राम गण्डारा, थाना कैसरगंज, जनपद बहराइच। (आश्रयदाता)
5. अखिलेंद्र प्रताप सिंह: पुत्र सुरेश सिंह, निवासी ग्राम गण्डारा, थाना कैसरगंज, जनपद बहराइच। (आश्रयदाता)
शिव कुमार की गिरफ्तारी से जुड़ी खुलासे
पूछताछ के दौरान शिव कुमार ने स्वीकार किया कि वह लारेन्स बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य है। उसने बताया कि वह मुम्बई में स्क्रैप का काम करता था और वहीं उसकी मुलाकात शुभम लोनकर से हुई। शुभम लोनकर, जो लॉरेन्स बिश्नोई के लिए काम करता है, ने शिवा की बातचीत बिश्नोई के भाई अनमोल से करवाई थी। उसे बताया गया था कि सिद्दीकी की हत्या के बदले दस लाख रुपये मिलेंगे और हर महीने कुछ न कुछ आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
हत्या की योजना को अंजाम देने के लिए शुभम लोनकर और मोहम्मद यासीन अख्तर ने उसे और अन्य शूटरों को हथियार, सिम कार्ड और मोबाइल फोन उपलब्ध कराए थे। हत्या के बाद नए सिम और मोबाइल दिए गए ताकि आपसी बातचीत की जा सके। इस हत्या को अंजाम देने के लिए बाबा सिद्दीकी की लोकेशन और अन्य जानकारी हैण्डलर्स द्वारा दी गई थी।
साजिश का पर्दाफाश
इस हत्याकांड में शामिल शूटरों ने पुलिस के सामने कबूल किया कि यह हत्या लॉरेन्स बिश्नोई के इशारे पर की गई थी। हत्या के बाद शिवा भागते हुए मुम्बई से पूना और फिर झांसी व लखनऊ होते हुए बहराइच पहुंचा था। उसे अपने साथियों के जरिए नेपाल भागने की योजना बनाई गई थी, परंतु एसटीएफ और मुम्बई क्राइम ब्रांच की टीमों ने इसे विफल कर दिया।
आगे की कानूनी कार्यवाही
गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्तों को बहराइच के नानपारा थाने में दाखिल कर दिया गया है। मुम्बई क्राइम ब्रांच द्वारा आगे की कानूनी कार्यवाही पूरी की जाएगी।
एसटीएफ और मुम्बई क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने इस गिरफ्तारी से लारेन्स बिश्नोई गैंग के नेटवर्क पर बड़ी चोट पहुंचाई है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि गैंग से जुड़े अपराधी न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि विभिन्न राज्यों में भी सक्रिय हैं और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।