
- गौशाला का निरीक्षण: न्यायाधीश राजीव सिंह ने नादरगंज, अमौसी स्थित कान्हा उपवन गौशाला का दौरा कर व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया।
- पौधारोपण और गोसेवा: उन्होंने आम और तुलसी के पौधे लगाए तथा गायों को गुड़ खिलाकर गोसेवा का संदेश दिया।
- गौशाला की सराहना: स्वच्छता, चारा-पानी की उचित व्यवस्था और गोवंश के उत्तम स्वास्थ्य को देखकर नगर निगम लखनऊ की प्रशंसा की।
- सम्मान और गोदान: प्रभारी परमेश्वर प्रजापति को ₹1100 का नगद पुरस्कार दिया और गौदान के रूप में ₹2000 का योगदान किया।
- बच्चों को जोड़ने का निर्देश: स्कूल के बच्चों को गौशाला भ्रमण पर लाने का सुझाव देकर उनके भीतर गायों के प्रति जुड़ाव विकसित करने की अपील की।

लखनऊ, 19 नवंबर 2024: आज उच्च न्यायालय के न्यायाधीश राजीव सिंह ने नगर निगम लखनऊ द्वारा संचालित नादरगंज, अमौसी स्थित कान्हा उपवन गौशाला का दौरा किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौशाला की व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया, देसी निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, और कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
1. परिसर का निरीक्षण और स्वच्छता पर सराहना

न्यायाधीश राजीव सिंह ने गौशाला के पूरे परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि सभी बाड़ों में चारे और स्वच्छ पानी की व्यवस्था थी। नांदों में भूसा और चोकर की उपलब्धता को सही पाया गया। इसके अलावा, उन्होंने गौशाला में स्वच्छता और शीतल जल की व्यवस्था को उत्कृष्ट बताया। सभी गोवंश स्वस्थ और तंदुरुस्त दिखे, जिसके लिए उन्होंने नगर निगम लखनऊ की सराहना की।
2. पौधारोपण और गोसेवा
निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश ने आम और तुलसी के पौधों का रोपण किया। उन्होंने गायों को अपने हाथों से गुड़ खिलाया, जो उनके पर्यावरण और गोसेवा के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण को दर्शाता है।
3. गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने की अपील
गौशाला की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए न्यायाधीश ने इसे आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाने पर बल दिया। उन्होंने गौशाला से दूध और गोबर की बिक्री के बारे में जानकारी ली और इसे आय का साधन बनाने का सुझाव दिया।
4. प्रभारी का सम्मान
निरीक्षण के दौरान गौशाला की सफाई और व्यवस्थाओं में उत्कृष्टता के लिए प्रभारी परमेश्वर प्रजापति की विशेष रूप से सराहना की गई। न्यायाधीश ने उन्हें ₹1100 का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया और सेवा पुस्तिका में प्रशंसा अंकित करने के निर्देश दिए।
5. पशु कल्याण कोष में योगदान
न्यायाधीश ने गौशाला में पशु कल्याण कोष के लिए ₹2000 का गोदान किया। उनका यह कदम पशु कल्याण के प्रति उनके समर्पण को प्रदर्शित करता है।
6. बच्चों को गौशाला से जोड़ने का निर्देश
न्यायाधीश ने निर्देश दिया कि स्कूल के बच्चों को गौशाला भ्रमण पर लाया जाए। इससे बच्चों में गायों के प्रति प्रेम और जुड़ाव विकसित होगा, जो भारतीय संस्कृति और पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित करने का एक सशक्त माध्यम होगा।
7. प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति
निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त डॉ.अरविंद राव, पशु कल्याण अधिकारी डॉ.अभिनव वर्मा और प्रभारी परमेश्वर प्रजापति सहित अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रशंसा और सुझाव
निरीक्षण के अंत में न्यायाधीश ने गौशाला की व्यवस्थाओं और नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने गौशाला की व्यवस्थाओं को और भी बेहतर बनाने के लिए अपर नगर आयुक्त से चर्चा की और आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।