
- अमौसी और सरोजनी नगर औद्योगिक क्षेत्रों में जल भराव की समस्या पर ड्रेन निर्माण के निर्देश।
- नादरगंज से रिंग रोड तक सड़क के चौड़ीकरण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया।
- रायबरेली के औद्योगिक आस्थानों को यूपीसीडा से जिला उद्योग केंद्र को हस्तांतरित करने पर चर्चा।
- रोजगार परक योजनाओं की समीक्षा में अधिक से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित करने के निर्देश।

लखनऊ: मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में मण्डलीय उद्योग बन्धु समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयुक्त सभागार कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में अमौसी, सरोजनी नगर, बन्थरा औद्योगिक क्षेत्रों में जल भराव की समस्या, सड़कों के चौड़ीकरण, सीवर लाइन और एसटीपी जैसी प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके अलावा, रायबरेली जनपद के औद्योगिक आस्थानों को यूपीसीडा से जिला उद्योग केंद्र को हस्तांतरित करने के प्रस्ताव पर भी विचार हुआ।
जल भराव की समस्या के समाधान पर चर्चा
बैठक में औद्योगिक इकाइयों में जल भराव की समस्या पर एनएचएआई द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे अतिरिक्त ड्रेन के निर्माण से जल भराव की समस्या का समाधान हो सकता है। इस पर जल निगम को ड्रेन निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
सड़कों के चौड़ीकरण का प्रस्ताव
लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि नादरगंज (अमौसी औद्योगिक क्षेत्र) से सुनहरा रोड होते हुए रिंग रोड तक 5.7 किलोमीटर लंबी सड़क के चौड़ीकरण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इस पर स्वीकृति मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
रायबरेली के औद्योगिक आस्थानों का हस्तांतरण
जनपद रायबरेली के उद्यमियों द्वारा मांग उठाई गई कि लालगंज, सलोन, महाराजगंज और अन्य औद्योगिक आस्थानों को यूपीसीडा से जिला उद्योग केंद्र को हस्तांतरित किया जाए। इस पर यूपीसीडा के वरिष्ठ प्रबंधक ने अवगत कराया कि इस प्रस्ताव को बोर्ड द्वारा अनुमोदन प्राप्त हो चुका है, और शासनादेश के लिए पत्र प्रेषित किया गया है।
रोजगार परक योजनाओं की समीक्षा
बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और एक जनपद एक उत्पाद (ODOP) जैसी योजनाओं की समीक्षा की गई। मंडल के समस्त उपायुक्तों को निर्देशित किया गया कि योजनाओं के लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित की जाए और अधिक से अधिक व्यक्तियों को इन योजनाओं का लाभ मिले।
एमएसएमई नीति-2022 पर प्रेजेंटेशन, उपस्थित अधिकारी एवं प्रतिनिधि
इस बैठक में एमएसएमई नीति-2022 पर भी एक विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया गया, जिसमें औद्योगिक विकास के लिए नवीन नीतियों और योजनाओं को लागू करने पर बल दिया गया। इस बैठक में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उद्यमियों और औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिनमें उमेश चन्द्र उपाध्याय (अपर जिलाधिकारी एलए-2), कंचन सुबोध (संयुक्त आयुक्त उद्योग, लखनऊ मंडल), विजय पाल सिंह (डिप्टी कमिश्नर राज्यकर), डॉ. यूसी शुक्ला (क्षेत्रीय अधिकारी, उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), रजत मेहरा (महासचिव, अमौसी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन), राजीव बंसल (डिवीजनल चेयरमैन, आईआईए) सहित कई प्रमुख लोग शामिल थे।