
लखनऊ: पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के पूर्वी जोन अंतर्गत थाना विभूतिखण्ड क्षेत्र में पुलिस ने दो शातिर अंतरराज्यीय पेशेवर चोरों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी पूर्वी ज़ोन शशांक सिंह के कुशल नेतृत्व में एडीसीपी पंकज सिंह और एसीपी राधारमण सिंह की टीम ने इस मामले का खुलासा किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में नकदी और सोने के आभूषण बरामद किए हैं।
गिरफ्तारी और बरामदगी

दिनांक 20 अगस्त 2024 को श्रीमती सांझ वर्मा ने थाना विभूतिखण्ड में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके कार्यालय वसुधा रियल्टी, वास्तुखण्ड, गोमतीनगर में ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने 6 सोने की बिस्किट और 3.25 लाख रुपये की चोरी की है। इस पर थाना विभूतिखण्ड पुलिस ने मु.अ.सं. 0290/2024 धारा 305/331(4) बीएनएस 2023 के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।

पुलिस टीम ने 9 अक्टूबर 2024 को मुखबिर की सूचना के आधार पर सिनेपोलिस मॉल के पास रेलवे यार्ड से दो अभियुक्तों मिंटू विश्वास (50 वर्ष) और रामभरोसे कश्यप (35 वर्ष) को गिरफ्तार किया। इनके पास से 87,400 रुपये नकद, 2 पीली धातु के बिस्किट (100 ग्राम), सोने की चेन, नथ, मांग टीका और अंगूठी बरामद की गई। बरामदगी के आधार पर अभियोग में धारा 317(2) बीएनएस की भी वृद्धि की गई है।
चोरों का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार किए गए आरोपी मिंटू विश्वास और रामभरोसे कश्यप ने पुलिस को बताया कि वे भारत के विभिन्न राज्यों में बंद घरों और कार्यालयों की रेकी करते थे और मौका पाकर ताला तोड़कर चोरी करते थे। चोरी के बाद वे सामान को आपस में बांट लेते थे और दूसरे राज्य में भाग जाते थे ताकि पुलिस उन्हें पकड़ न सके।
मिंटू विश्वास का लंबा आपराधिक इतिहास है। इसके खिलाफ विभिन्न राज्यों में 12 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें अलीगढ़, दिल्ली, जयपुर और बैंगलोर जैसे स्थान शामिल हैं। इसके ऊपर गैंगस्टर एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत भी मामले दर्ज हैं। रामभरोसे कश्यप के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें लखनऊ और सम्भल में चोरी और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं। पकड़े गए चोरों ने पुलिस को बताया कि वे बंद मकानों और कार्यालयों की रेकी कर ताले तोड़कर चोरी करते थे। चोरी के बाद वे दूसरे राज्य में भाग जाते थे ताकि पुलिस उनकी तलाश न कर सके। त्यौहारों के दौरान, जब लोग घरों से बाहर जाते हैं, तब वे विशेष रूप से इन जगहों को निशाना बनाते थे।
पुलिस की सफलता व आगे की कार्यवाही
इस मामले को सुलझाने में थाना विभूतिखण्ड और क्राइम टीम की संयुक्त पुलिस टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उ.नि. संदीप सिंह गौर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अभियुक्तों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। गिरफ्तारी टीम में पुलिस उपायुक्त पूर्वी और अन्य पुलिस अधिकारियों का भी सहयोग रहा। पुलिस अन्य संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है और इन चोरों के आपराधिक इतिहास को खंगालने के लिए अन्य थानों और इकाइयों से जानकारी जुटाई जा रही है।
गिरफ्तार करने वाली टीम व सफलता का मेसेज
उ.नि. संदीप सिंह गौर, उ.नि. सतीश कुमार, उ.नि. आसित कुमार यादव, हे.कां. परशुराम राय, हे.कां. मनोज सिंह, कां. विशाल कुमार, और अन्य पुलिसकर्मियों ने इस सफल अभियान में हिस्सा लिया।
लखनऊ पुलिस की यह सफलता न केवल अपराधियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह नागरिकों को सुरक्षा का आश्वासन भी देती है। पुलिस की मुस्तैदी से त्यौहारों के दौरान होने वाली चोरी की घटनाओं पर काबू पाया जा सकेगा।