
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने 13 नए ताराशक्ति केंद्रों का किया लोकार्पण, अब तक स्थापित हो चुके हैं 114 केंद्र, विधायक ने कहा अब 100 नहीं 200 केंद्रों की स्थापना का है लक्ष्य
- मातृशक्ति के स्वावलंबन, संवेदनशीलता, साहस, समर्पण को चरितार्थ कर रहे ताराशक्ति केंद्र
- डॉ०राजेश्वर सिंह ने कहा- 37 दल मिलकर भी नहीं पहुंच पाए 240 सीट पर, भाजपा की विजय हर मायने में ऐतिहासिक
- उन्होंने गारंटी देते हुए कहा कि भाजपा के साथ मजबूती से खड़ा है सरोजनीनगर, पूरे लखनऊ मंडल में दिलाई सबसे बड़ी बढ़त

लखनऊ: शुक्रवार का दिन सरोजनीनगर की महिलाओं के लिए बहुत विशेष था क्योंकि विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने मातृ शक्ति को स्वावलंबी, आर्थिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गयी तारा शक्ति केंद्र सिलाई सेंटरों की स्थापना के क्रम में 13 नए सेंटरों का लोकार्पण कर स्वयं सहायता समूह से जुड़ी उद्यमी महिलाओं को समर्पित किया।

दोपहर से ही विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं, विशेष रूप से ताराशक्ति केन्द्रों से जुड़ीं महिलाओं का पराग चौराहा, आशियाना स्थित कार्यालय पर आना शुरू हो गया था। विधायक डॉ. सिंह ने फीता काट कर फतेहगंज, ख़ुशहालगंज, गढ़ी, मेड़ाईखेड़ा, बनी, मखदूमपुर कैथी, खाण्डेदेव, एसजीपीजीआई, अशरफ़नगर, तेजकिशन खेड़ा, पुरेना, रसूलपुर और तपोवन नगर में स्थापित तारा शक्ति केन्द्रों का लोकार्पण किया। इन नए 13 केन्द्रों की स्थापना के साथ सरोजनीनगर में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा स्थापित ताराशक्ति सिलाई सेंटरों की संख्या 114 हो गयी है, जिनके माध्यम से करीब 4,500 महिलाओं को रोजगार, स्वरोजगार एवं कौशल प्रशिक्षण के अवसर मिल रहे हैं। इन सिलाई सेंटरों के माध्यम से महिलाएं आर्थिक आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बन रही हैं। इस अवसर पर सरोजनीनगर विधायक ने कहा की सीएसआर फंड के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों से जुडी महिलाओं को ऑटोमैटिक एवं मैन्युअल सिलाई मशीन, पीको एवं इंटरलॉकिंग मशीने प्रदान कर तारा शक्ति केन्द्रों की स्थापना की जाती है। विधायक ने कहा कि मेरा लक्ष्य सरोजनीनगर में पहले चरण में 200 सिलाई सेंटरों की स्थापना करना है, जहाँ महिलाओं को सिलाई, कढाई प्रशिक्षण के साथ-साथ सेंटरों को टेक्सटाइल सेक्टर से काम भी दिलाया जायेगा।

लोकसभा चुनाव परिणाम के बारे में बोलते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरु के बाद, नरेन्द्र मोदी देश के दूसरे ऐसे नेता हैं जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 2019 में भाजपा को 22.9 करोड़ यानी 37.3% वोट मिले थे, इस बार 36.56% मत प्रतिशत के साथ 23.59 करोड़ वोट मिले हैं वोट मिले हैं, इस बार 2019 की तुलना में 69 हजार अधिक वोट मिले हैं। विधायक ने आगे जोड़ा देश भर में 33 सीटें ऐसी थी जहाँ भाजपा बड़े कम अंतर से हारी है, अगर इन सभी सीटों पर मिलाकर 6 लाख वोट अधिक वोट मिले होते तो भाजपा की जीती होती। भाजपा ने पहली बार ओडिशा में सरकार बनाई, अरुणाचल में एतिहासिक बहुमत से सत्ता वापस आई, आंध्र प्रदेश में भाजपा के गठबंधन को जीत मिली। दक्षिण भारत में भाजपा को 3 करोड़ 94 लाख वोट मिले जबकि कांग्रेस को केवल 3 करोड़ 91 लाख वोट मिले। मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र का विश्लेषण करते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि पूरे लखनऊ मंडल में भाजपा को सबसे ज्यादा वोट सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से मिले हैं, मोहनलालगंज की सभी 5 विधानसभा क्षेत्रों की तुलना में सर्वाधिक वोट और मार्जिन भी सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र ने प्रदान की। 2019 की तुलना में सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 27,033 अधिक वोट पड़े है। सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की बढ़त को जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ते हुए कहा कि ताराशक्ति केन्द्रों से मातृशक्ति लाभान्वित हो रही है, सरोजनी नगर स्पोर्ट्स लीग के 5 टूर्नामेंटों के माध्यम से 3500 युवाओं को खेल के अवसर मिले, 121 बॉयज एवं 19 गर्ल्स यूथ क्लबों की स्थापना कर स्पोर्ट्स किट प्रदान की गयी। 1000 से अधिक मेधावियों को टेबलेट्स एवं साइकिल प्रदान की गयी, 10 कॉलेज में स्मार्ट क्लास रूम और 25 में डिजिटल लैब स्थापित की गयी, निरंतर 4000 जरुरतमंदों को सुबह, शाम ताजा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। सरोजनी नगर में ये बढ़त महिलाओं, युवाओं और आमजनों के अटूट भरोसे का परिणाम है।

कार्यक्रम के दौरान फतेहगंज केंद्र की संचालिका पूजा गुप्ता, खुशहाल गंज केंद्र से शरमी, गढ़ी से ममता, असराफ़नगर से आरती, मेड़ायीखेड़ा से संगीता, एसजीपीजीआई से भावना, बनी से किरण चौरसिया, मकदूमपुर कैथी से गुड़िया शर्मा, खण्डेदेव से बीना, तपोवननगर से कमला, तेजकिशनखेड़ा से संध्या, पुरेना से अनीता तथा रसूलपुर केंद्र की संचालिका शशि उपस्थित रही। साथ ही भाजपा नेत्री नेहा सिंह, शिविता गोयल, रीना त्रिपाठी, रंजना मिश्रा, प्रियंका सिंह, मधु चौरसिया, आरती मौर्या, रेखा, सुमन एवं भाजपा नेता शंकरी सिंह, गंगा राम भारती, रमा शंकर त्रिपाठी, कृपा शंकर शुक्ला उपस्थित रहे।