
- चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट, लखनऊ में CBRN आपदा पर मेगा मॉक अभ्यास आयोजित किया गया।
- अभ्यास में एनडीआरएफ, CISF, SDRF, जिला पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और DAE ने भाग लिया।
- फ्लोरीन गैस रिसाव और रेडिएशन आपदा पर खोज, राहत और बचाव कार्य का प्रदर्शन किया गया।
- अभ्यास का नेतृत्व एनडीआरएफ के निरीक्षक राम सिंह ने 35-सदस्यीय टीम के साथ किया।
- अभ्यास का उद्देश्य आपसी समन्वय, प्रतिक्रिया तंत्र की समीक्षा, और जीवन रक्षा सुनिश्चित करना था।

लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर आज CBRN (Chemical, Biological, Radiological, Nuclear) आपदा प्रबंधन पर एक मेगा मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया। यह अभ्यास एनडीआरएफ (NDRF) के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के कुशल निर्देशन में आयोजित हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य CBRN आपदाओं के दौरान त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना, विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय को परखना, और खोज, राहत व बचाव कार्यों में दक्षता बढ़ाना था।

इस मॉक अभ्यास में फ्लोरीन गैस के रिसाव और रेडिएशन आपदा जैसे संभावित खतरनाक परिदृश्य पर काम किया गया। इस आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 11वीं टीम, लखनऊ ने एयरपोर्ट फायर विभाग, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), जिला पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) के साथ मिलकर काम किया।

अभ्यास का नेतृत्व एनडीआरएफ के निरीक्षक राम सिंह ने किया, जिन्होंने लखनऊ क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र की 35-सदस्यीय टीम का मार्गदर्शन किया। इस मॉक अभ्यास में विभिन्न टीमों ने मिलकर घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने, प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने और आपात स्थिति को नियंत्रित करने की रणनीतियों का प्रदर्शन किया। निरीक्षक राम सिंह ने बताया कि इस प्रकार के अभ्यास से आपसी समन्वय और प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत बनाया जा सकता है। समय-समय पर आयोजित किए जाने वाले ऐसे अभ्यास आपदा प्रबंधन की तैयारियों को बेहतर बनाते हैं और महत्वपूर्ण जीवन की रक्षा करने में सहायक होते हैं।

इस आयोजन के दौरान CISF के कमांडेंट अजय सिंह, Y P गौतम (समन्वयक, DAE, नरौरा), एयरपोर्ट फायर विभाग के अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, SDRF और अन्य संबंधित संस्थाओं के अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी एजेंसियों ने आपसी तालमेल के साथ कार्य करते हुए रेस्पॉन्स सिस्टम को परखा और इसमें सुधार के उपायों पर चर्चा की।
मॉक अभ्यास का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य आपदा प्रबंधन की प्रक्रियाओं के दौरान सामने आने वाली कमियों की समीक्षा करना और उन्हें दूर करने के लिए रणनीतियां विकसित करना था। एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा ने इस अभ्यास की सफलता पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि इस तरह के प्रयास आपदा प्रबंधन को अधिक प्रभावी और सशक्त बनाते हैं। यह मेगा मॉक अभ्यास CBRN आपदाओं से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल थी, जो आपदा प्रबंधन एजेंसियों की तैयारियों और उनके बीच समन्वय को परखने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।