यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस ने गुरुवार को एक बड़े पैमाने पर हवाई हमला किया, जिसमें 21 लोग मारे गए और 48 घायल हुए. अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में यूरोपीय संघ के राजनयिक ऑफिस को भी नुकसान पहुंचा. रूसी सेना ने 598 ड्रोन और 31 मिसाइलें दागीं. इस हमले को 2022 में शुरू हुए युद्ध के बाद से सबसे बड़े हमलों में से एक माना जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि इस हमले से साफ पता चलता है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शांति की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाना चाहते. जेलेंस्की ने कहा कि रूस बातचीत के लिए तैयार होने का दावा करता है, लेकिन उनका मकसद सिर्फ युद्ध को जारी रखना है. यह हमला सिर्फ़ यूक्रेन ही नहीं बल्कि यूरोप और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ़ भी सीधा संदेश है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और उसके सहयोगी युद्ध समाप्त करने के लिए शांति प्रयासों को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है.
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और प्रतिक्रियाएं
कीव पर यह हमला यूरोप और अमेरिका में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाने वाला है. यूरोपीय संघ के दफ़्तरों पर हमला कूटनीतिक दृष्टि से गंभीर माना जा रहा है. अमेरिका के नेतृत्व में चल रहे शांति प्रयासों की विफलता से रूस-यूक्रेन युद्ध और लंबा खिंच सकता है. रूस की ओर से हालांकि कहा गया कि वह शांति वार्ता में अब भी रुचि रखता है, लेकिन इस तरह के हमले उसके बयानों पर सवाल खड़े करते हैं.
डोनाल्ड ट्रंप- व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात
इसी महीने की 15 तारीख को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात अलास्का में हुई थी. इस बैठक का मकसद तीन साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का रास्ता निकालना था. बैठक के बाद ऐसा माना जा रहा था कि जल्द ही रूस और यूक्रेन के बीच सीधी वार्ता का रास्ता खुलेगा, लेकिन दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी न तो पुतिन और जेलेंस्की की बैठक हुई और न ही किसी ठोस शांति योजना की घोषणा सामने आई.