
- रामलला का प्रथम पाटोत्सव: 22 जनवरी 2025 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का पहला वर्ष पूरा होगा।
- सवा लाख रामरक्षा स्तोत्र पाठ: रामरक्षा यंत्र की शक्ति को बढ़ाने के लिए अयोध्या में सवा लाख रामरक्षा स्तोत्र का पाठ होगा।
- रामरक्षा यंत्र का विमोचन: शोधित रामरक्षा यंत्र रामलला के प्रथम पाटोत्सव के बाद सनातनी भक्तों को प्रदान किया जाएगा।
- वास्तु दोष से सुरक्षा: रामरक्षा यंत्र में अंकित दिशाएं वास्तु दोष से सुरक्षा प्रदान करती हैं।
अयोध्या: श्रीरामलला अयोध्या जी सेवा समिति के तत्वाधान में शनिवार को टेढ़ीबाजार चौराहा स्थित अरूंधति हाल में रामरक्षा यंत्र विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और मणिरामदास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास शास्त्री समेत कई प्रमुख संत मौजूद रहे। रामरक्षा यंत्र को रामलला के प्रथम पाटोत्सव के बाद सभी सनातनी भक्तों के लिए उपलब्ध करवाने की घोषणा की गई।
महंत राजू दास ने अपने संबोधन में कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का पहला वर्ष 22 जनवरी 2025 को पूरा होगा। इस अवसर पर अयोध्या में सवा लाख रामरक्षा स्तोत्र का पाठ किया जाएगा। इसके बाद हवन-पूजन से शोधित रामरक्षा यंत्र सनातन धर्मियों तक पहुंचाया जाएगा। यह यंत्र वास्तु दोष से सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ आध्यात्मिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करेगा।
समिति के अनुसार रामरक्षा यंत्र के लिए पहले से बुकिंग शुरू हो जाएगी और सवा लाख रामरक्षा स्तोत्र के पाठ पूरे होने के बाद इसे वितरित किया जाएगा। रामरक्षा यंत्र की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए डॉ. आचार्य राजानंद शास्त्री ने बताया कि यह यंत्र हर सनातनी के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में काम करेगा, जिससे उनके जीवन का कल्याण होगा।