
- सीएम योगी द्वारा 238 करोड़ की स्वच्छता और सुरक्षा परियोजनाओं का लोकार्पण।
- स्वच्छता उपकरण जैसे टिपर, कॉम्पैक्टर, और कंट्रोल रूम का अनावरण।
- 20,000 स्वच्छाग्रहियों और नाविकों को यूनिफॉर्म किट, लाइफ जैकेट और बीमा प्रमाण पत्र।
- गूगल के साथ समझौता, नेविगेशन में महाकुम्भ क्षेत्र को शामिल किया जाएगा।
प्रयागराज, 26 नवम्बर 2024: महाकुम्भ 2025 की तैयारियों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए 238 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण करने का निर्णय लिया है। इस दौरान मुख्यमंत्री प्रयागराज में विभिन्न विकास कार्यों और परियोजनाओं का निरीक्षण करेंगे। स्वच्छता उपकरणों और योजनाओं के साथ, सीएम योगी नाविकों और सफाईकर्मियों को जरूरी संसाधन और बीमा योजनाओं से भी लाभान्वित करेंगे।
महाकुम्भ की स्वच्छता और सुरक्षा को प्राथमिकता
27 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में नगर निगम द्वारा नवनिर्मित कंट्रोल रूम का अनावरण करेंगे, जिसका उपयोग स्वच्छता परियोजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही, महाकुम्भ क्षेत्र में 50.38 करोड़ रुपये के स्वच्छता उपकरण जैसे टिपर और कॉम्पैक्टर का उद्घाटन करेंगे। 173 करोड़ रुपये की लागत से फायर, जल पुलिस, रेडियो और यातायात उपकरणों का भी लोकार्पण होगा, जिससे मेला क्षेत्र की सुरक्षा मजबूत होगी।
स्वच्छाग्रहियों और नाविकों के लिए योजनाएं
महाकुम्भ की स्वच्छता में जुटे लगभग 20,000 स्वच्छाग्रहियों और सफाईकर्मियों को यूनिफॉर्म किट वितरित की जाएगी। साथ ही, नाविकों को लाइफ जैकेट और बीमा प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री द्वारा 15,000 से अधिक कर्मियों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इन योजनाओं में उन्हें आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जाएगी, जिससे महाकुम्भ में उनकी भूमिका को और सशक्त किया जा सके।
विकास परियोजनाओं का निरीक्षण
मुख्यमंत्री इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दशाश्वमेध घाट, गंगा रिवर फ्रंट और गंगा नदी में चल रहे ड्रेजिंग कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा, संगम नोज पर प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल का भी अवलोकन करेंगे। प्रयागराज के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को और अधिक बढ़ाने के लिए वह नागवासुकी मंदिर में दर्शन भी करेंगे।
गूगल के साथ खास समझौता
महाकुम्भ 2025 में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पहली बार गूगल ने अपने नेविगेशन में अस्थायी मेला क्षेत्र को शामिल करने का करार किया है। यह सुविधा आगंतुकों को प्रमुख धार्मिक स्थलों, घाटों और अखाड़ों तक पहुंचने में मदद करेगी। यह कदम डिजिटल युग में महाकुम्भ के अनुभव को और अधिक सुगम और आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।