
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने अखिलेश यादव के नेपाल वाले बयान को भ्रामक और 140 करोड़ भारतीयों का अपमान बताया।
- उन्होंने कहा भारत आज 4 ट्रिलियन डॉलर GDP के साथ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
- डिजिटल पेमेंट, निर्यात, राष्ट्रीय राजमार्ग, नवीकरणीय ऊर्जा और स्पेस मिशन में भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल कीं।
- भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जहाँ युवा नवाचार और रोजगार सृजन में अग्रणी हैं।
- डॉ. सिंह ने संदेश दिया कि विपक्ष को जाति और तुष्टिकरण की राजनीति छोड़कर विकास की राजनीति अपनानी चाहिए।
लखनऊ: सरोजनीनगर विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. राजेश्वर सिंह ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के हालिया बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि नेपाल का नाम लेकर भारत की स्थिति पर सवाल उठाना न केवल भ्रामक और हास्यास्पद है, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों की मेहनत और उपलब्धियों का अपमान है। डॉ. सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखते हुए स्पष्ट कहा कि अखिलेश यादव का यह बयान जनता को गुमराह करने का प्रयास है, जबकि वास्तविकता यह है कि भारत आज दुनिया की सबसे तेज़ी से उभरती हुई ताकतों में से एक है।
भारत की वैश्विक उपलब्धियाँ
डॉ. सिंह ने विस्तार से बताया कि भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसकी जीडीपी लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच चुकी है। यह केवल एक आँकड़ा नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की मेहनत और नीतिगत सुधारों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भारत ने डिजिटल पेमेंट प्रणाली के माध्यम से दुनिया को एक नया रास्ता दिखाया है और यूपीआई (UPI) आज पूरी दुनिया में एक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।
इसके साथ ही भारत का निर्यात वर्ष 2025 में 821 बिलियन डॉलर तक पहुँचना, देश की आर्थिक मजबूती और वैश्विक व्यापार में बढ़ते प्रभाव का प्रमाण है। राष्ट्रीय राजमार्गों के क्षेत्र में भी भारत ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है और सिर्फ 2024 में ही 12,000 किलोमीटर से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण हुआ। ऊर्जा क्षेत्र में भी भारत ने बड़ी छलांग लगाई है और 234 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल कर ली है।
स्पेस रिसर्च में भी भारत ने दुनिया को चौंकाया है। चंद्रयान-3 की सफलता और आदित्य L1 जैसे मिशन भारत को अंतरिक्ष विज्ञान की अग्रणी शक्तियों में शामिल करते हैं। इतना ही नहीं, दुनिया का सबसे ऊँचा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सबसे ऊँचा रेलवे पुल (चेनाब ब्रिज, कश्मीर) और सबसे तेज़ क्रूज़ मिसाइल (ब्रह्मोस) भारत की तकनीकी क्षमता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक हैं।
युवाओं और स्टार्टअप्स की ताक़त
डॉ. सिंह ने कहा कि भारत का असली बल उसके युवा हैं, जो नवाचार और उद्यमिता की नई कहानी लिख रहे हैं। आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जहाँ लाखों युवा नए विचारों और कंपनियों के माध्यम से रोजगार सृजन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना जैसी पहलें युवाओं को आत्मनिर्भर और वैश्विक प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि भारतीय युवा आज चाँद तक पहुँच चुके हैं, विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर रहे हैं और भारत को एक तकनीकी शक्ति के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
राजनीति नहीं, विकास पर ध्यान दें
डॉ. सिंह ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि नेपाल जैसी छोटी और प्रेषण-निर्भर अर्थव्यवस्था से भारत की तुलना करना केवल ज्ञान की कमी और नकारात्मक राजनीति को दर्शाता है। उन्होंने सख़्त लहजे में कहा कि अखिलेश यादव को जाति, तुष्टिकरण और सत्ता-लालसा की राजनीति छोड़कर विकास की राजनीति पर ध्यान देना चाहिए।
डॉ. सिंह का कहना है कि आज का भारतीय युवा पुरानी और नकारात्मक राजनीति को ठुकरा चुका है। वह अब केवल एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है—भारत को एक आत्मनिर्भर, तकनीकी रूप से सक्षम और विश्व-नेतृत्वकारी राष्ट्र बनाना।